भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो में फेसबुक ने 43,574 करोड़ का निवेश किया है. इसके साथ ही रिलायंस जियो में फेसबुक अब 99.99 प्रतिशत यानी तक़रीबन 10 प्रतिशत का हिस्सेदार बन गया है.
फेसबुक के रिलायंस जियो में इतनी बड़ी रकम के निवेश के पीछे की कहानी ये कहती है की फेसबुक के फाउंडर मार्क ज़ुकरबर्ग भारत में और अधिक अपना दबदबा कायम करना चाहते है. तो वही रिलायंस जियो के ऊपर जो कर्ज था इस पैसे का इस्तेमाल अब उसे चुकता करने में किया जायेगा। कंपनी ने बुधवार को इसकी घोषणा की है. उपयोगकर्ताओं आधार के लिहाज से भारत इस समय भी सबसे बड़ा बाजार है
व्हाट्सप्प भारत डिजिटल भुगतान की शुरुआत करनी की योजना बना रहा है. भारत में पहले से कई डिजिटल भुगतान के लिए एप मौजूद है लेकिन व्हाट्सप्प भी पीछे नहीं रहना चाहता है. मालूम हो की व्हाट्सप्प भी फेसबुक का ही हिस्सा है. भारत में हर किसी के पास जो इंटरनेट का इस्तेमाल करता है उसके फ़ोन में व्हाट्सप्प को देखा जा सकता है.
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रिलायंस के एक बयान में कहा, ‘‘आज हम रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो प्लेटफार्म्स लिमिटेड में 5.7 अरब अमेरिकी डॉलर या 43,574 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा कर रहे हैं, जिससे फेसबुक इसका सबसे बड़ा अल्पांश शेयरधारक बन जाएगा।’’ बयान में कहा गया है कि जियो प्लेटफार्म्स में फेसबुक की हिस्सेदारी 9.99 प्रतिशत होगी।
जियो प्लेटफार्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो तमाम प्रकार की डिजिटल सेवाएं प्रदान करती है। इसके ग्राहकों की संख्या 38.8 करोड़ से अधिक है। आरआईएल द्वारा अपने कर्ज को कम करने के प्रयासों के तहत फेसबुक के साथ यह सौदा किया गया है। इसके लिए आरआईएल अपने व्यवसायों में रणनीतिक भागीदारी की तलाश कर रही है। समूह अपने तेल-रसायन कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए सऊदी अरामको के साथ बातचीत भी कर रही है। समूह ने अगले साल तक कर्ज मुक्त होने का लक्ष्य तय किया है। जियो में हिस्सेदारी के लिए कथित तौर पर गूगल से भी बातचीत की जा रही थी, लेकिन उन बातचीत के नतीजे के बारे में जानकारी फिलहाल नहीं है। ताजा सौदा जियो और फेसबुक दोनों के लिए फायदेमंद है क्योंकि चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट बाजार है।