ओजोन परत में इतिहास का सबसे बड़ा छेद अपने आप ठीक हो गया। इसे देखकर वैज्ञानिक भी हैरान रह गए हैं।
पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के ऊपर ओजोन परत है। एक ओर खतरनाक कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के कई देशों में लगाए गए लॉकडाउन के कारण दक्षिणी ध्रुव की ओजोन परत का छेद कम हुआ है वहीं दूसरी ओर उत्तरी ध्रुव की ओजोन परत में एक बड़ा छेद भी पूरी तरह ठीक हो गया। वैज्ञानिक इसे अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा छेद मान रहे थे।
उत्तरी ध्रुव धरती का आर्कटिक वाला क्षेत्र। वैज्ञानिकों ने माना कि उत्तर ध्रुव के ऊपर एक ताकतवर पोलर वर्टेक्स बना हुआ थी। इस क्षेत्र में बहुत ऊंचाई पर स्थित स्ट्रेटोस्फेयर पर बन रहे बादलों के कारण ओजोन पतली हो रही थी। क्लोरोफ्लोरोकार्बन्स और हाइड्रोक्लोरोफ्लोरो की मात्रा का बढऩा भी इसका कारण माना जा रहा था।CAMS रिसर्च ने ट्वीट कर दी जानकारी
The unprecedented 2020 northern hemisphere #OzoneHole has come to an end. The #PolarVortex split, allowing #ozone-rich air into the Arctic, closely matching last week's forecast from the #CopernicusAtmosphere Monitoring Service.
— Copernicus ECMWF (@CopernicusECMWF) April 23, 2020
More on the NH Ozone hole➡️https://t.co/Nf6AfjaYRi pic.twitter.com/qVPu70ycn4