

देश भर में हुए लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में झारखण्ड के लाखो लोग फंसे हुए है. केंद्र सरकार के द्वारा जारी आदेश के बाद प्रवासी श्रमिकों को उनके घर जाने की अनुमति दे दी गयी है लेकिन इसकी व्यवस्था राज्य सरकार को करना होगा।
Also Read: जानिए झारखण्ड में सरकारी विद्यालय के बच्चो की ऑनलाइन पढाई किस चैनल पर होगी।
लॉकडाउन होने के कारण टाटानगर के लोग बड़ी संख्या में गुजरात के मोरबी जिला में फंसे हुए थे जो शुक्रवार को अपने घर वापस लौट रहे है. पश्चिम सिंघभूम के उपायुक्त आरव राजकुमार ने जानकारी दी है की गुजरात के मोरबी जिला से शुक्रवार को 1,150 पश्चिम सिंहभूम पहुँच रहे है. सभी श्रमिक ट्रेन के जरिये टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंचेगे जहाँ से उन्हें 45 बसों के जरिये उन्हें अपने जिले ले जाया जायेगा।
Also Read: विशाखापट्टनम गैस लीक: PM मोदी ने बुलाई बैठक, ऐसे हुआ हादसा
वापस लौट रहे श्रमिकों की मेडिकल की जाएगी फिर स्थिति अनुसार उन्हें घर में या अस्पताल में रखा जायेगा। उपायुक्त ने जानकारी देते हुए कहा है की श्रमिक जिस जिले से राज्य वापस लौट रहे है वो जिला ग्रीन जोन में था और झारखण्ड आने से पहले गुजरात सरकार के द्वारा उनमे कोरोना की जाँच की गयी है. राहत की बात है की किसी में भी कोरोना संक्रमण का कोई भी लक्षण नहीं पाया गया है. होम क्वारंटाइन पूरा करने के बाद श्रमिकों को मनरेगा के कार्यो में लगाया जा सकता है.




