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पेट्रोल-डीजल की कीमतों मे लगतार इजाफा जनविरोधी फैसला :- सईद नसीम

News Desk

लगातार पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर देश भर में जनता आक्रोशित हैं। कोरोना महामारी की वज़ह से जहाँ बड़ी संख्या में लोगों का रोजगार छिन चुका है तो दूसरी तरफ पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों से लोग परेशान हैं।

पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर कांग्रेस पार्टी और उनके नेता केन्द्र सरकार पर हमलावर है। कोडरमा के कांग्रेस नेता सईद नसीम ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोनावायरस की वज़ह से आम जनता की समस्याएं बढ़ी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट हुई है जबकि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा लगातार दो सप्ताह से पेट्रोल-डीजल और एलपीजी गैसे के दामों वृद्धि हो रही है। इस वृद्धि को जल्द केन्द्र सरकार वापस ले और आम जनता को राहत देने का काम करें। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का सीधा असर मध्यमवर्ग, छोटे किसानों और कारोबारियों के जेब पर हो रहा है। सरकार जनहित में मूल्य बढ़ोतरी को वापस ले।

एक तरफ प्रधानमंत्री देश के लोगों को आत्मनिर्भर करने की बात करते हैं। ऐसे में लोगों पर अतिरिक्त बोझ डालना अनुचित हैं। देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है। देशवाशियों के पास काम नही है तब कीमतें बढ़ाने का कोई औचित्य नजर नहीं आता है।

आगे सईद नसीम ने कहा कि केंद्र सरकार को यह नही भूलना चाहिए कि कोरोना संकट में करोड़ों लोग बेरोजगार हुए हैं। पहले से भी बेरोजगारों की संख्या 45 साल के उच्चतम स्तर पर थी। छोटे बड़े उद्योग बंद हो रहे हैं। लोगों के सामने जीविका की समस्या उतपन्न हो गई है। मध्यम वर्ग परेशानी में है। किसानों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जनता पर मूल्य वृद्धि का बोझ लादने के बजाय इसे वापस ले और कोरोना के इस महामारी व आर्थिक संकट में जब जनता की हालात दयनीय हो चुकी है उन्हें मदद करे न कि अतिरिक्त बोझ डाले।

बता दें कि लगातार दो सप्ताह से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार केन्द्र की मोदी सरकार पर हमलावर है उनका कहना है कि कोरोनावायरस महामारी से पूरा देश ग्रसीत है और लाखो की संख्या में लोगों बेरोजगार हो गए हैं ऐसे में कीमतों में इजाफा करना जनविरोधी नीतियों को प्रमाणित करता है।