बिहार की राजधानी पटना में रविवार सुबह तीन से चार घंटे तक हुई भारी बारिश के बाद एक बार फिर सरकार की पोल खुल गई है. पिछले वर्ष भी भरी बारिश की वजह से राजधानी पटना जलमगन हो गया था. जिसके बाद नितीश सरकार ने लाख दावे किये की अगले साल ऐसी हालत नहीं होगी लेकिन कुछ घंटो की बारिश ने एक बार फिर उसी याद को ताजा कर दिया है.
जलजमाव की वजह से लोगों को भारी परेशानी हो रही है। राजधानी के प्रमुख इलाकों बोरिंग रोड, श्रीकृष्णापुरी, श्रीकृष्णा नगर, पुनाईचक व शिवपुरी जैसे इलाकों में बारिश का असर दिख रहा है। न्यू बाइपास रोड के दक्षिणी इलाकों की स्थिति सबसे अधिक खराब है। राजेंद्र नगर व कदमकुआं इलाके में लोगों को एक बार फिर जलजमाव की मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। इस इलाके में पिछली बारिश के दौरान भी लोगों को जलजमाव जैसी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
मौसम विभाग ने 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। सीवान, अररिया, किशनगंज, मोतिहारी, बेतिया और गोपालगंज में वज्रपात के साथ भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही पटना में भी अगले 72 घंटे तक रुक-रुककर बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन से चार दिनों तक बिहार के सभी जिलों में बारिश होती रहेगी। भारी बारिश से नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है।
पटना में हो रहे जलजमाव को लेकर हाईकोर्ट ने भी बिहार सरकार से जवाब मांगा है। 6 जुलाई को सरकार से रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है। याचिकाकर्ता का कहना है कि सरकार के दावों और वादों के बाद भी जलजमाव की समस्या पटना में विकराल रूप ले रही है। जलजमाव से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।