आज पूरे देश भर में इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार तीसरे महीने में रबी उल अव्वल का त्यौहार मनाया जाएगा अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार आज यानी 30 अक्टूबर को दिन शुक्रवार को ईद उल मिलादुन्नबी का त्योहार मानाया जायेगा. कोरोना महामारी को देखते हुए राज्य में इस वर्ष किसी भी तरह का कोई जुलूस नहीं निकलेगा साथ ही मुस्लिम संगठनों ने अपील करते हुए कहा है कि इस बार सादगी के साथ त्यौहार मनाया जाए कहा जाता है कि इस दिन मक्का शहर में 571 ईसवी में पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था उन्हीं के जन्मदिन के मौके पर ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार मनाया जाता है
कई लोग हैं जो ईद के शब्द से वाकिफ नहीं है साल भर में 3 ईद आते हैं पहली ईद उल फितर जो कि रमजान के महीने में रोजे के बाद शव्वल की 1 तारीख को मनाई जाती है इसे मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है इसी दिन खीर सेवई और मीठी चीजें खिलाई जाती है इसके बाद दूसरी ईद इस्लामिक कैलेंडर के आखिरी महीने की दसवीं तारीख को ईद उल अजहा के रूप में मनाया जाता है जिसे हम बकरीद के भी नाम से जानते हैं इसी दिन हज भी अदा किया जाता है इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने में मिलादुन्नबी मनाया जाता है.
ईद मिलादुन्नबी के दिन पैगंबर मोहम्मद हजरत साहब के द्वारा दी गई सीख को पढ़ा जाता है और हजरत मोहम्मद को याद किया जाता है मोहम्मद हजरत साहब के द्वारा की गई सभी कार्यों को याद किया जाता है साथ ही इस मौके पर नियाज और साथिया का भी आयोजन होता है बच्चों को मोहम्मद साहब के द्वारा दी गई तालीम के बारे में समझाया जाता है साथ ही ईद मिलाद उन नबी के रात में मस्जिदों और घरों में लोग पैगंबर मोहम्मद साहब की याद में दुआएं करते हैं