झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद शुरुआत से ही पूर्व की रघुवर दास सरकार पर यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि राज्य का खजाना खाली है इस मामले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी पारा भी चढ़ते नजर आया है सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस भाजपा पर राज्य का खजाना खाली करने का आरोप लगाते आ रही है लेकिन इस बार कुछ उलट हुआ है इस बार भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने हेमंत सोरेन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी गलतियों के कारण राज्य का खजाना खाली हो गया है
मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर जयंत सिन्हा ने केंद्र से आर्थिक आर्थिक सहयोग नहीं मिलने का राज्य सरकार के आरोप को गलत बताया है. जॉन सीना ने कहा कि बजट में केंद्रीय हिस्सेदारी जहां पहले 23,000 करोड रुपए थे वहीं इस बार हिस्सेदारी 41,000 को रुपए हो गई है साथ ही डीएमएफ से इस बार 1400 करोड़ रुपए मिले हैं लेकिन झामुमो और कांग्रेस केंद्र सरकार पर अपनी गलतियां थोप कर बचना चाहती है.
झारखंड के हजारीबाग से लोकसभा के सांसद व पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करके हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा है जयंत सिन्हा ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि झारखंड का खजाना पूर्व की भाजपा सरकार में नहीं बल्कि वर्तमान की हेमंत सोरेन सरकार में खाली हो गया है और यह सब हेमंत सरकार की गलतियों की वजह से हुआ है इतना ही नहीं जो यम सिन्हा ने हेमंत सोरेन पर सीधा हमला करते हुए कहा कि हेमंत सरकार में योग्यता की कमी है और योग्यता के कारण ही ऐसा हुआ है जिस समय हेमंत सोरेन की सरकार राज्य में बनी थी उस समय खजाना भरा हुआ था परंतु सरकार ने फिजूलखर्ची पर रोक नहीं लगालगा पाई और नाही राजस्व को इकट्ठा कर पाए कोरोनावायरस के कारण मेडिकल कॉलेजों में खर्च बढ़ना था लेकिन 3 नए मेडिकल कॉलेजों में निर्माण कार्य बंद है