झारखंड के जामताड़ा जिले के अंतर्गत के केनुडीह गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का हाल जर्जर स्थिति में है इस आंगनबाड़ी केंद्र में शौचालय और चापाकल सिर्फ खानापूर्ति के लिए है जबकि सच्चाई का आलम यह है कि यह दोनों ही लोगों के सुविधा अनुसार बेकार है
केनुडीह गाँव का आंगनबाड़ी केंद्र का भवन जर्जर हो चुका है और कभी भी गिर सकता है इस आंगनबाड़ी केंद्र में ना शौचालय की व्यवस्था ठीक है और ना ही पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था आंगनबाड़ी केंद्र में शौचालय और चापाकल दोनों मौजूद हैं लेकिन शौचालय सिर्फ नाम का है ग्रामीणों का कहना है कि कोरोनावायरस के कारण आंगनबाड़ी केंद्र फिलहाल बंद है लेकिन इस आंगनबाड़ी केंद्र में गांव के 6 बच्चे जाते हैं परंतु ना तो कोई इस आंगनबाड़ी केंद्र के शौचालय का उपयोग करता है और ना यहां के पानी का सेवन करता है साथ ही बच्चों को मिलने वाले पोषाहार भी कभी दिया जाता है तो कभी नहीं दिया जाता
इतना ही नहीं गांव के विद्यालय परिसर में भी बने लाखों की लागत से पानी टंकी बेकार पड़ा हुआ है सरकारी खर्च पर बने पानी टंकी का निर्माण तो कराया गया परंतु जिस उद्देश से इसका निर्माण करा गया वह अब तक पूरा नहीं हुआ है विद्यालय के बच्चों और ग्रामीण जनता को स्वच्छ पानी नहीं मिला है इस पानी टंकी से पानी पीने का नसीब ना तो विद्यालय के बच्चों को कभी हुआ और ना ही ग्रामीण जनता को कभी से थाने मिला है प्रशासन भी इस तरफ कोई सुध लेता नहीं दिखाई दे रहा है