कोरोनावायरस के कारण विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य बाधित है झारखंड एकेडमिक काउंसिल की तरफ से 10वीं और 12वीं के सिलेबस में 40% की कटौती की गई है 2021 में झारखंड एकेडमिक काउंसिल की तरफ से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं फरवरी में नहीं कराई जाएंगी इस बार परीक्षा मार्च और अप्रैल महीने में होने की संभावना है झारखंड एकेडमिक काउंसिल और स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के लोगों का कहना है कि इस बार कोरोनावायरस के कारण परीक्षा में देरी हो सकती है.
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परीक्षा देरी से होने के सवाल पर झारखंड एकेडमिक काउंसिल के चेयरमैन डॉ अरविंद कुमार सिंह का कहना है कि अभी परीक्षा को लेकर कोई भी तिथि घोषित नहीं की जा सकती है कोरोनावायरस के कारण इसमें देर हो सकती है परंतु परीक्षा के आयोजन की तैयारी चल रही है दिसंबर महीने से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए फॉर्म भरे जाएंगे मालूम हो कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने पहले ही दोनों परीक्षाओं के सिलेबस में कटौती कर चुकी है इस बार दोनों परीक्षाएं बदले पैटर्न में भी होंगे तथा इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे जगदीश की तैयारी कर रहा है विभिन्न राज्यों में हुए परीक्षा पैटर्न बदलाव का अध्ययन करने के बाद जैक भी से लागू करने की तैयारी में है.
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10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के विद्यालय जाने पर संशय:
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देशक शैलेश कुमार चौरसिया का कहना है कि स्कूलों के खुलने पर अभी पूरी तरह कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है साथ ही कोई भी संभावना दिखाई नहीं दे रही है लेकिन 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को शिक्षकों से परामर्श के लिए स्कूल आने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति मांगी गई है यदि अनुमति मिलती है तो आवश्यक दिशा निर्देश स्कूलों को भेजा जाएगा