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झारखंड में भारत बंद का दिखने लगा असर, बाजार एंव दुकाने पूरी तरह से बंद

Arti Agarwal

केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानून के विरोध में किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं किसान संगठनों की मांग है कि केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए कानून को वापस लिया जाए परंतु केंद्र सरकार अपने फैसले पर अड़ी हुई है और कानून को वापस लेने की बात से इंकार कर रही है केंद्र सरकार का कहना है कि कानून को वापस नहीं लिया जाएगा लेकिन इसमें संशोधन किया जा सकता है

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किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद की घोषणा की है जिसका झारखंड पर भी असर दिखाई दे रहा है झारखंड की सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस सहित राजग और वाम दलों ने भी भारत बंद का समर्थन किया है झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किसानों के द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी पूरी तरह से इसमें हिस्सा लेगी 8 दिसंबर की सुबह से ही झारखंड में भारत बंद का व्यापक असर देखा जा सकता है बंद का असर झारखंड के विभिन्न जिलों में सुबह से ही देखी जा रही है.

बाजार और दुकानें पूरी तरह से बंद है जबकि वाहनों का परिचालन भी बाधित है बंद के मद्देनजर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं बोकारो जिला में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के कार्यकर्ता चंद्रपुरा में बंद का समर्थन करते हुए निमिया मोर चौक पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया और दुकान एवं अन्य प्रतिष्ठानों को बंद कराया वहीं कोटा में भी कांग्रेस राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर बंद का समर्थन करते दिखाई दिए वही बोकारो के नया मोड़ में वामदलों के द्वारा सड़क पर उतरकर बंद का समर्थन किया गया