मैथन डैम में फ्लोटिंग सोलर पैनल के जरिए बिजली उत्पादन की तैयारी शुरू कर दी गई है योजना के तहत डैम में तैरने वाले प्लेटफार्म पर सोलर पैनल लगाए जाने हैं. झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड और झारखंड रेनुवल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी ने डैम में फ्लोटिंग पैंनल स्थापित करने के लिए सर्वे का काम पूरा करते हुए कंट्रोल रूम बनाने के लिए स्थान का चयन कर लिया गया है.
जल संरक्षण की अवधारणा के साथ बनाए गए मैथन डैम को अब ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत के रूप में विकसित किया जाएगा डीवीसी मुख्यालय की ओर से हरी झंडी मिलते ही सिविल वर्क शुरू हो जाएगा एक बार यह पैनल लग जाने के बाद सोलर 25 वर्षों तक काम करते हैं डैम से जलापूर्ति और मत्स्य पालन के साथ-साथ पहले से ही बिजली का उत्पादन किया जा रहा है.
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सोलर पैंनल से पैदा होने वाली बिजली से हमारे शहर, गाँव के चौक चौराहे और हमारे घर रोशन होंगे. योजना के तहत पहले फेज में 25 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर नजदीकी ग्रिडो को देने की तैयारी है डैम के क्षेत्रफल में 10 फीसदी हिस्से में फ्लोटिंग पैनल लगाने की योजना है. योजना की खास बात यह है कि पानी के घटते बढ़ते स्तर के हिसाब से यह पैनेल खुद अपनी जगह बना रहेगा. पानी के बीच होने की वजह से जमीन पर लगने वाले प्लांट की तुलना में कम धुल जमेगा पानी में लगाने से ठंडा भी रहेगा जिससे उत्पादन होता रहेगा.