झारखंड के देवघर जिला के उपायुक्त (DC Deoghar) पद से हटाए गए मंजूनाथ भजंत्री को एक बार फिर से देवघर का उपायुक्त बनाया गया है. मधुपुर उपचुनाव के दौरान गलत आंकड़े वाली रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजे जाने के बाद पहले वहां के एसडीओ को हटाने का निर्देश चुनाव आयोग ने दिया और बाद में उपायुक्त के खिलाफ भी कार्रवाई की गई.
झारखंड सरकार के कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने सोमवार की रात को एक आदेश जारी करते हुए कहा कि देवघर उपायुक्त के पद पर तैनात नैंसी सहाय को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक पशुपालन निदेशक के तौर पर पदस्थापित किया जाता है. साथ ही मंजूनाथ भजंत्री (Manjunath Bhajantri) को देवघर के नए उपायुक्त के रूप में नियुक्त किया जाता है. आदेश जारी होने के बाद मंगलवार को मंजूनाथ भजंत्री ने देवघर उपायुक्त के रूप में एक बार फिर कुर्सी संभाल ली है.
मंजूनाथ भजंत्री को मधुपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के बाद हटा दिया गया था. चुनाव आयोग की तरफ से दिए गए निर्देश के बाद नैंसी सहाय को देवघर उपायुक्त के रूप में पदभार दिया गया था लेकिन मधुपुर उपचुनाव का परिणाम 2 मई को आने के बाद हेमंत सरकार ने एक बार फिर से मंजूनाथ को देवघर का उपायुक्त नियुक्त किया है. बता दें कि मधुपुर उपचुनाव 17 अप्रैल को हुआ था. डीसी रहते हुए मंजूनाथ ने उपचुनाव कराया था. मंजूनाथ के हटने के बाद चुनाव आयोग ने नैंसी को डीसी बनाया और नैंसी सहाय ने 2 मई को मधुपुर उपचुनाव का मतगणना कराया था.
चुनाव आयोग के द्वारा 27 अप्रैल को मंजूनाथ भजंत्री को देवघर उपायुक्त के पद से हटाने का आदेश दिया था. उपायुक्त के पद से हटने के बाद मंजूनाथ भजंत्री को 8 दिनों के अंदर ही फिर से एक बार देवघर का उपायुक्त बना दिया गया है. बता दे कि गोड्डा से भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है, मंजूनाथ को उपायुक्त के पद से हटाये जाने के बाद लोगो के द्वारा सोशल मीडिया पर उन्हें फिर से देवघर का उपायुक्त बनाने की मुहीम चली थी.