Simdega Mob Lynching: झारखंड के सिमडेगा जिले में बीते कुछ दिनों पहले घटी मॉब लिंचिंग मामले को लेकर राज्य का सियासी पारा गर्म है. राज्य की मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी जहां सत्ताधारी दल और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को घेरने में जुटी हुई है वहीँ अब मामला राजभवन पहुंच चुका है.
सिमडेगा जिले में मॉब लिंचिंग के कारण संजू प्रधान नाम के एक व्यक्ति को जिंदा जलाकर मारने की घटना झारखंड में सबसे चर्चा का पात्र बना हुआ है. इस घटना की चारों तरफ निंदा की जा रही है. बीजेपी ने इस मुद्दे पर पिछले कई दिनों से सरकार को कटघरे में खड़ी कर रही है.
राजनीतिक उठा-पटक के बीच सिमडेगा मॉब लिंचिंग की घटना पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैसा ने भी निंदा जाहिर की है. राज्यपाल ने बुधवार को राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा को राजभवन तलब किया है. राज्यपाल ने डीजीपी नीरज सिन्हा से मॉब लिंचिंग की घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली है. राज्यपाल ने इस घटना की निंदा की है और इसे अत्यंत पीड़ादायक बताते हुए डीजीपी से जल्द दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा है.
बता दें कि सिमडेगा में हुए मॉब लिंचिंग मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल रमेश बैसा से मिला था जिसके बाद राज्यपाल ने डीजीपी को राजभवन तलब किया है. राज्यपाल से मिलने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास शामिल थे उनके अलावा बीजेपी के कई नेता और विधायक भी मौके पर मौजूद थे. हालांकि पुलिस ने मॉब लिंचिंग में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है लेकिन घटना के वक्त मौजूद मृतक संजू प्रधान की पत्नी का कहना है की घटना के समय 300 से अधिक लोग मौजूद थे.