Nishikant Dubey: झारखंड के गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे आए दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके सहयोगियों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने और सरकार गिराने की बात करते हैं. निशिकांत दुबे ईडी की अगली क्या कार्रवाई होगी यह तक ट्वीट कर दावा करते हैं परंतु ऐसा कुछ होता नहीं है.
सांसद निशिकांत दूबे पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया ट्विटर का उपयोग कर हेमंत सोरेन सरकार पर आरोप लगा रहे है और सरकार गिराने की धमकीयां भी दे रहे है। आपको याद होगा की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशिकांत दुबे और बाबूलाल मरांडी के राजनितिक सलाहकार सुनील तिवारी ने एक युवती से रेप का आरोप लगाया था. इस मामले को पूरा तुल दिया गया अंततः जिस युवती को लेकर यह दावा किया जा रहा था वह मीडिया के सामने आकर यह बयान दिया था कि सांसद निशिकांत दुबे और मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी लगातार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम लेने का दबाव बना रहें है. रेप के जो आरोप लगाए जा रहे है वह बेबुनियाद और निराधार है. जिसके बाद पुरे राज्य में निशिकांत दुबे और बाबूलाल मरांडी की किरकिरी हुई थी.
झारखंड में वर्तमन में उपजे हालात को लेकर भी निशिकांत दुबे के द्वारा मुख्यमंत्री का नाम लिया जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम लेकर कथित तौर पर कुछ लोगों पर लगे आरोपों को सरकार से सीधा जोड़ रहे हैं। गोड्डा सहित देवघर की जनता दबी जुबान में यह भी कहती है की सांसद यह भूल गये हैं कि गोड्डा की जनता ने उन्हें किस काम के लिए किस पद पर बैठाया है.
निशिकांत के जमीन पर बने मॉल पर सृजन घोटाला का पैसा निवेश का आरोप:
गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे मूल रूप से बिहार के भागलपुर के रहने वाले है. निशिकांत दुबे के भागलपुर की जमीन पर साल 2008 से बन रहे अरबों रूपये के मॉल पर बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाले के रुपये निवेश के आरोप लगे है। घोटाले में चार्जशीटेड लोगों ने 13 दुकाने मॉल में बुक कराये थे जिसमे 92 लाख रुपए अर्जित किये गए थे. सीबीआई जांच के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इन 14 दुकानों को जब्त तक किया। सर्वविदित है कि यहां पर सबसे अधिक दुकानों की बुकिंग भाजपा के पूर्व नेता बिपिन कुमार उर्फ बिपिन शर्मा ने करायी थी।
अनुराग ठाकुर से लेकर अश्विनी चौबे जैसे भाजपा सांसदों पर क्रिमिनल केस की भरमार:
17वीं लोकसभा के 542 सांसदों में से 23 यानि 43 प्रतिशत सांसदों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे लंबित हैं। कुल 159 सांसदों के खिलाफ हत्या, बलात्कार और अपहरण जैसे गंभीर मामले लंबित है। भाजपा के 303 में से 116 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं। इसमें से 64 के खिलाफ संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। बिहार के बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे के खिलाफ 17 आपराधिक मामले, पश्चिम बंगाल के हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी के ऊपर 14 मामले, हमीरपुर से भाजपा सांसद और केंद्र में मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के खिलाफ 13 आपराधिक मामले, भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर भी संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। साध्वी प्रज्ञा मालेगांव ब्लास्ट के मुख्य आरोपियों में एक हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश विधानसभा में गंभीर आपराधिक मामले को झेल रहे भाजपा विधायकों की संख्या करीब 90 हैं। अब सवाल उठता है कि आखिर जब संसद में इतने दागी सांसद हैं, तो देश का लोकतंत्र कैसे सही होगा।
रघुवर सरकार के पांच मंत्रियों पर आय से अधिक संपत्ति का मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा, पर निशिकांत दूबे चूप:
झारखंड के भाजपा नेताओं पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है। पूर्ववर्ती रघुवर दास की सरकार के मंत्री रहे पांच विधायक अमर कुमार बाउरी, नीरा यादव, नीलकंठ सिंह मुंडा, रणधीर सिंह एवं लुईस मरांडी पर आय से अधिक संपत्ति मामले में एक जनहित याचिका दायर हुई थी। लेकिन आज तक निशिकांत दूबे इस मामले में चूपी साधे हुए हैं। लेकिन हेमंत सरकार जनता को सच्चाई बताने के लिए उसे ही आधार बनाकर बीते दिनों हेमंत सरकार ने राज्य सरकार ने एसीबी जांच का आदेश दिया है।