Skip to content
[adsforwp id="24637"]

CM Hemant Soren: भाजपा के 20 वर्षों की सरकार ने सिर्फ कागजों पर योजनाएं बनाई, जमीनी हकीकत कुछ और ही थी

News Desk

CM Hemant Soren: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन हजारीबाग में उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय मेगा किसान क्रेडिट कार्ड वितरण-सह-जागरूकता शिविर में शामिल हुए. सीएम ने 42,816 किसान क्रेडिट कार्ड धारकों के बीच कुल 191 करोड़ रुपये केसीसी लोन के रूप में वितरित किए साथ ही 75 योजनाओं की दी सौगात और 77 योजनाओं की आधारशिला रखी.

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा राज्य की लगभग 70 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है । ऐसे में किसानों और मजदूरों की आमदनी बढ़ाने एवं उनके समृद्धि और खुशहाली के लिए सरकार प्रतिबद्ध है । क्योंकि, जब हमारे ग्रामीणों की सामर्थ्य क्षमता बढ़ेगी तो राज्य भी सशक्त बनेगा। उन्होंने कहा कि किसान एवं मजदूरों के हित में और उन्हें सहयोग करने के लिए सरकार कार्य योजनाओं को बनाकर उसे धरातल पर उतारने का काम कर रही है। केसीसी लोन में बैंकर्स को निर्देशित किया गया है कि वह किसानों को हर संभव सहायता करें । जब सब कदम बढ़ा कर आगे आएंगे तो हम प्रगति की ओर अग्रसर हो सकेंगे।

यह भी पढ़े- CM Hemant Soren: सरकारी जमीनों पर फलदार पौधे लगा कर संरक्षित करें, सरकार उसका मुनाफ़ा आपको देगी

योजनाओं का जमीनी स्तर पर किया जा रहा निरीक्षण, भाजपा ने 20 सालों में किसानों के लिए कुछ नहीं किया:

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान, मजदूर भाइयों को सरकार के योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं, उसके लिए जमीनी स्तर पर जाकर निरीक्षण करने का काम कर रही है। आज के जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर मैं खुद आपके बीच आकर आपको योजनाओं से आच्छादित करने का काम कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व की भाजपा सरकार हमला करते हुए कहा कि झारखंड अलग होने के बाद 20 साल भाजपा सत्ता में रही है. इन सरकारों ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए धरातल पर कोई भी योजना नहीं ला पाई. इनकी योजनाएं सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह जाती थी. लेकिन हमारी सरकार बनने के बाद किसानों की आय कैसे बढ़े और उन तक सुविधाओं को कैसे पहुंचाए उसपर कार्य किया. साफ़ नियत से की गई कार्य के कारण ही आज बड़ी संख्या में केसीसी वितरण कार्यक्रम में हमारे किसान भाई-बहन उपस्थित है. यह दर्शाता है कि हमने जिस मकसद से राज्य को आगे ले जाने के लिए कार्य कर रहे है उसमे सफलता के साथ नए कृतिमान भी लिखे जा रहे है.