झारखण्ड में ये पहली बार हो रहा हैं की कल्याण विभाग द्वारा खेल के क्षेत्र में ये उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा हैं जिसके तहत विभाग के द्वारा संचालित हाई स्कूलों से 1800 आदिवासी जनजातियों के बच्चों के बीच स्पोर्ट किट वितरण किया जाएगा। ये कार्य अगले माह शुरू होगी।
विभाग के ये विचार है की इस प्रकार के कार्यों से ग्रामीण क्षेत्रों को खेल में विकाश करने में बढ़ावा मिलेगा और छोटे छोटे कस्बों से हमें प्रतिभाशाली खिलाड़ी प्राप्त होंगे।
स्पोर्ट किट वितरण के लिए विभाग ने कई बैठक किए जिनमें राज्य के प्रत्येक जिले से बच्चों की सूची एकत्रित की गई जिनमे 2000 बच्चों में 1800 बच्चों का चयन किया गया अन्य बच्चों के पृष्ठभूमि की जानकारियां इकट्ठा की जा रही हैं।
बता दे विभाग के द्वारा हॉकी, फुटबॉल, निशानेबाजी एवं एथिलिक्स को बढ़ावा देने पर जोर दिए गए है इसलिए अधिकांश किट इन्ही खेलो से होंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर जोर
कल्याण विभाग के अधिकतर स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में है। झारखंड में खेल का उपयुक्त माहौल है। इस वातावरण को बेहतर करने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में खेल की आधारभूत संरचना को मजबूत करने पर जोर है। कल्याण विभाग की इच्छा ब्लू को खेल मैदानों के विकास और सुदृढ़ीकरण करना है। इन स्कूलों में स्थाई खेल उपकरणों की स्थापना भी किया जाएगा। खिलाड़ियों की संख्या बढ़ने पर आवश्यकता अनुसार खेल पर शिक्षकों के पदों के सृजन और नियुक्ति पर भी विचार किया जा रहा है।