राँची। सिद्धो-कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लि. के सीईओ संजीव कुमार ने कहा कि राज्य में उपलब्ध सभी प्रमुख कृषि एवं वनोपज का समयवार डाटाबेस तैयार कर इन उत्पादों का वैल्यू एडिशन और मार्केटिंग के लिए हमें आपस में सामंजस्य स्थापित कर कार्य करना होगा। राज्य में कृषि उपज के अलावा इमली, महुआ, साल बीज, पत्ते, लाह, करंज, चिरौंजी सहित कई प्रकार के अन्य वनोत्पाद हैं, जिसका उचित मूल्य वहाँ के ग्रामीणों को नहीं मिल पाता। बिचौलिये इनसे कम दाम में खरीदकर इसे बाजार में अधिक मूल्य में बेच रहे हैं। ग्रामीणों को इन उत्पादों का सही मूल्य मिले, उनके जीवनस्तर में सुधार आ सके, इसके लिए हमें सुदृढ़ व्यवस्था बनाकर कार्य करना है। श्री संजीव कुमार आज वन परिसर स्थित पलाश भवन सभागार में सिद्धो-कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लि. की एकदिवसीय कार्यशाला में आये सभी जिलों के वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं जिला सहकारिता पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
संजीव कुमार ने कार्यशाला में आये सभी जिलों के वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं जिला सहकारिता पदाधिकारियों से संस्थान द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों की विस्तृत जानकारी ली एवं कार्य में आ रही समस्याओं पर विमर्श किया। उन्होंने कहा कि हमें कृषि एवं वनोत्पाद का ग्रामीणों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके, इसके लिए समस्या की जानकारी एकत्रित कर उनका समाधान करना है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में वनोत्पाद की बहुलता है, लेकिन इसके स्टोरेज एवं प्रोसेसिंग में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन कठिनाइयों को सूचीबद्ध कर इनके निराकरण हेतु विस्तृत कार्ययोजना तैयार करना है।
कार्यशाला में आए विभिन्न जिलों के वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं जिला सहकारिता पदाधिकारियों ने अपने जिले में संस्थान द्वारा संचालित कार्यों के बारे में अवगत कराया। साथ ही उन्हें संस्थान की विभिन्न कार्यप्रणाली एवं उनके कार्यक्षेत्र, उनके अधिकार एवं जिमेवारियों को पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया गया।
इस अवसर पर सिद्धो-कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लि. के सचिव जे पी शर्मा, जे.ए.एस.सी.जे.एल.ए.एम.पी.एफ के एमडी देवेन्द्र सिंह, जे.एच.ए.एम.एफ.सी.ओ.एफ.ई.डी के एमडी कुमुद कुमार, वी.ई.जी.एफ.एफ.पी के एमडी प्रकाश कुमार, सभी जिलों के वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं जिला सहकारिता पदाधिकारी उपस्थित रहे।