Jharkhand Politics: झारखंड के दुमका में एक बार फिर से हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गईं. यहां पर एक शादीशुदा युवक ने अपनी प्रेमिका को पेट्रोल डालकर जिंदा जला कर मार डाला है. अब इस मामले में भी सियासत भी शुरू हो चुकी है. आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जरमुंडी के भालकी गांव में नानी घर में रहने वाली पीड़ित मारुति कुमारी को राजेश राऊत नाम के एक सरफिरे प्रेमी ने पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया है. वह युवती आग की वजह से बुरी तरह से झुलस गई थी और फिर इलाज के दौरान युवती की मौत रांची रिम्स में हो गई. जानकारी के अनुसार रामगढ थाना क्षेत्र के महेशपुर का रहने वाले युवक राजेश राऊत और जरमुंडी के भालकी गांव में नानी के घर में रहने वाली पीड़ित मारुति कुमारी के बीच चार-पांच साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था.
पीड़ितो को न्याय दिला रही है हेमंत सरकार:
युवती के मौत की ख़बर सुन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर दुःख जाहिर किया है. सीएम ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “दुमका के जरमुंडी की मारुति बिटिया के निधन की दुःखद खबर से मर्माहत हूँ। आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है। परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे। दिवंगत बिटिया के परिजन को रु 10 लाख की सहायता राशि देने हेतु निर्देश दिया है।”
भाजपा शासित राज्यों में हो रहे अपराध पर क्यों नहीं बोलते है बाबूलाल: झामुमो
झारखंड में भाजपा की कमान संभाल रहे बाबूलाल मरांडी अपने आक्रमक तेवर के साथ हेमंत सरकार को घेरने में लगे रहते हैं लेकिन नतीजा विपरीत होता है और वही अपनी बातों में घिरते नजर आ जाते हैं. झारखंड में हो रही घटनाओं को लेकर बाबूलाल मरांडी अक्सर टि्वटर वार की स्थिति में नजर आते हैं एक ऐसा वक्त था जब पूरी भाजपा और बाबूलाल मरांडी हेमंत सोरेन सरकार को ट्विटर की सरकार कहती थी लेकिन अब ऐसा समय आ चुका है कि बाबूलाल मरांडी अपनी बातों को रखने के लिए इसी का इस्तेमाल करते हैं. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पीड़ितों को हर संभव न्याय दिलाने का प्रयास कर रही है और उनके परिजनों के साथ सदैव तत्परता के साथ खड़ी है परंतु अपनी राजनीतिक रोटी सीखनी के लिए लगातार भाजपा और उनका पूरा खेमा लगा रहता है यह बातें झारखंड मुक्ति मोर्चा के विभिन्न सोशल मीडिया कार्यकर्ता और कुछ कैंडल्स के द्वारा बाबूलाल पर आरोप लगाए जाते रहे हैं.
झामुमो पूर्वी सिंहभूम नाम के हैंडल के द्वारा यह कहा गया कि यूपी के अंबेडकरनगर में आत्महत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मामला गैंगरेप से जुड़ा है. दरअसल, गैंगरेप पीड़िता नाबालिग छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही थी, जिससे पीड़िता सदमे में थी. कई दिनों से वह अवसाद में थी. तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
दिनदहाड़े हुआ था पीड़िता का किडनैप:
दरअसल, मालीपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में रात के समय नाबालिग छात्रा ने घर के अंदर फांसी लगा ली, उस समय उसके पिता घर में नहीं थे. सुबह परिजनों को घटना की जानकारी हुई. इसके बाद तत्काल पुलिस को मामले की जानकारी दी गई. इस मामले में पीड़िता के पिता ने बताया कि बीते 16 सितंबर को जब उसकी बेटी स्कूल से निकली तो कार सवार लोगों ने उसका अपहरण कर लिया. उसको लेकर लखनऊ गए. जहां 2 लोगों ने उसका बलात्कार किया. ये क्रम चलता रहा, जिसके बाद 18 सितंबर को पीड़िता जैसे तैसे अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भाग निकली. घर पहुंचकर उसने परिजनों को आप बीती सुनाई. पिता ने बताया की उसकी बेटी ने गैंगरेप के एक आरोपी की पहचान भी की थी. इस बात की जानकारी उसने पुलिस को दी. पुलिस ने पीड़िता का बयान कराया और मेडिकल भी करा लिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. पीड़िता के पिता ने इस मामले में एसपी से भी मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ. जानकारी के मुताबिक मामले के विवेचक बीते शाम पीड़िता के घर पहुंचे थे. तब पीड़िता ने विवेचक से साफ कहा था कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी, जिसके बाद उसने रात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
भाजपा शासित राज्यों में हो रही घटनाओं पर बाबूलाल मरांडी और अन्य भाजपा के नेता मौन धारण करके बैठ जाते है लेकिन झारखंड में घटी छोटी घटना को भी बड़ा बनाने की कोशिश और साम्प्रदायिक रंग देने में कोई कसर नहीं छोड़ते है.