सीएम हेमंत सोरेन की पहल पर, दुमका जिले के आदिवासी परिवार का 2 वर्षीय बेटा सोनाबाबू हेंब्रम पिछले कई माह से कैंसर रोग से पीड़ित है. परिवार के लोगों ने बेटे के इलाज के लिए हर तरह की कोशिश की पर आर्थिक समस्या बाधा बनी.
इलाज के लिए घरवालों ने बैल, बकरी, जमीन सब बेच दी. इसके बावजूद पैसे के अभाव से बच्चे का इलाज नहीं हो पाया था लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसकी जानकारी सोशल मीडिया से मिली, तो उन्होंने बच्चे के समुचित इलाज का निर्देश दुमका के उपायुक्त को दिया. उपायुक्त को उक्त मामले की जांच कर बच्चे को असाध्य रोग उपचार योजना का लाभ देते हुए इसकी जानकारी उन्हें देने का निर्देश दिया.
विगत दिसंबर महीने में सीएम ने यह भी निर्देश दिया कि अधिकारी सुनिश्चित करें कि उक्त परिवार को सभी जरूरी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले. सीएम के निर्देश पर दुमका उपायुक्त ने तत्काल पीड़ित परिवार को लाभ देने की कार्रवाई शुरू की थी, जांच के बाद उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को बताया कि सोनाबाबू के परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता एवं सरकारी योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराया गया है. साथ ही असाध्य रोग उपचार योजना के तहत इलाज के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की गई है.
सोनाबाबू के परिजनों ने सीएम हेमंत सोरेन को बताया मसीहा, बोले सरकार मदद नहीं करती तो आज मेरा बच्चा अच्छा नहीं होता
कैंसर से पीड़ित सोनाबाबू के माता-पिता ने सीएम हेमंत सोरेन के द्वारा सरकारी सहायता उपलब्ध कराने की पहल पर धन्यवाद व्यक्त किया है साथ ही सरकारी स्तर पर की गई मदद के प्रति आभार भी जताया है. सोनाबाबू के माता-पिता का कहना है की यदि सरकार ने हमारी मदद नहीं की होती तो सायद आज हम अपने बच्चे को बेहतर हालत में ना रख पाते.
सोनाबाबू अब कैंसर के जंग को मात देकर ठीक हो रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार द्वारा चलाई जा रही असाध्य रोग उपचार योजना के तहत सोनाबाबू का ईलाज हो रहा है. इस योजना के माध्यम से सोनाबाबू जैसे कई लोगों को जो आर्थिक रूप से अपना ईलाज करवाने में सक्षम नहीं थे उन्हें मदद पहुंचाई गई है. राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने और ग्रामीण स्तर के नागरिकों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए यह योजना चला रही है.