Hemant Soren: राज्य में गर्मी के साथ बिजली की मांग में लगातार इजाफा दर्ज हो रहा है। शनिवार दोपहर के समय डीवीसी कमांड एरिया को शामिल करके राज्य में बिजली की मांग अब तक के सर्वाधिक स्तर 2800 मेगावाट जा पहुंची।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से रियल टाइम मार्केट के माध्यम से करीब 350 से 400 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीदी गई। इस वजह से व्यस्त समय के दौरान आपूर्ति में सुधार देखा गया। एकाएक रिकॉर्ड स्तर पर मांग पहुंचने के कारण दोपहर के समय बिजली की आपूर्ति में 200 से 400 मेगावाट का अंतर हो गया और लोड शेडिंग की नौबत बनी।
Hemant Soren: शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की मांग हुई बराबर, 10 रुपए प्रति यूनिट बिजली खरीद कर जनता को दे रही सरकार
राज्य में बिजली की मांग के आधार पर कई नए ट्रेंड भी देखने को मिल रहे हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की मांग लगभग बराबर रहने लगी है। रात और अहले सुबह के समय भी बिजली की मांग अधिकतम स्तर पर रिकॉर्ड हो रही है। झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) के सामने व्यस्त समय के साथ-साथ रात और अहले सुबह भी एक्सचेंज से अतिरिक्त बिजली खरीदने की चुनौती सामने आ गई है। जेबीवीएनएल अब इस हिसाब से भी तैयारी कर रहा है।
राज्य में आम तौर पर बिजली की मांग 2000 से 2200 मेगावाट तक रहती है। यह इस समय 2800 मेगावाट जा पहुंची है। जेबीवीएनएल के अधिकारियों का कहना है कि शनिवार को बिजली की रिकॉर्ड मांग को देखते हुए अब अनुमान 3000 मेगावाट पहुंचने का लगाया गया है। इसी हिसाब से एक्सचेंज से बिजली खरीदने की तैयारी की जा रही है। ज्ञात हो कि इस बार एक्सचेंज से अधिकतम 10 रुपए प्रति यूनिट की दर पर बिजली उपलब्ध है।