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Jharkhand News: हेमंत सरकार का बड़ा फैसला, खुलेंगे वैदिक स्कूल, पुजारियों का होगा स्वास्थ्य बीमा।

zabazshoaib

Jharkhand News रांची : देश के कई राज्यों के साथ झारखंड में भी गैर-भाजपा शासित पार्टियों का गठबंधन सत्ता में है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में यह झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार है। सीएम हेमंत सोरेन की सोच हर धर्मों के प्रति समान है। हेमंत सरकार की हिंदुत्ववादी नीति भाजपा नेताओं के समान स्वार्थी और खोखला नहीं है। भाजपा नेताओं के समान कथित रूप से वे देश तोड़ने वाली नीतियों के विपरित सर्वधर्म समभाव की नीति पर काम करते हुए झारखंड का विकास कर रहे हैं। उनके इसी विकास का परिणाम है कि झारखंड में पहली बार वैदिक स्कूलों को खोलने सहित मंदिरों के पुजारियों के स्वास्थ्य बीमा का फैसला लिया गया है। इसके अलावा हेमंत सोरेन इस्लाम, ईसाई और सिख समुदाय के हितों को भी हमेशा तरजीह देते रहे हैं।

पुजारियों का पांच लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा, खुलेंगे वैदिक स्कूल।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर झारखंड राज्य हिंदू धार्मिक बोर्ड की तीसरी बैठक में तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए हैं। इसके तहत हेमंत सरकार राज्यभर के मंदिरों में सेवा कर रहे पुजारियों को सरकार पांच लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा कराएगी। इसके अलावा युवाओं को सनातन धर्म के बारे में जानकारी देने, पूजा- पाठ और कर्मकांड की शिक्षा देने के उद्देश्य से वैदिक स्कूल खोला जाएगा। प्रारंभ में इसका संचालन रांची, देवघर व दुमका में होगा। स्कूल की क्षमता 100-100 छात्रों की होगी।

तपोवन और देवड़ी मंदिर का करोड़ों से सौंदर्यीकरण,मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना भी चल रही है।

इससे पहले मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजधानी स्थित तपोवन मंदिर का 14 करोड़ और देवड़ी मंदिर का करीब 8 करोड़ रुपए में सौंदर्यीकरण का फैसला लिया गया है। इसके लिए टेंडर भी जारी हो चुका है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत हेमंत सरकार हर धर्मों के बुजुर्गों को उनके तीर्थ स्थानों का यात्रा करा रही है। इस साल जनवरी में मुस्लिम धर्मावलंबियों को अजमेर शरीफ, आगरा एवं फतेहपुर सिकरी जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों और मार्च 2023 को 1000 वरिष्ठ हिंदू धर्मावलंबियों को द्वारका व सोमनाथ दर्शन के लिए ट्रेन से भेजा गया था।

वित्तरहित मदरसा और संस्कृत विद्यालयों को दोगुना अनुदान।

इसी साल जनवरी माह के कैबिनेट बैठक में हेमंत सरकार ने वित्तरहित मदरसा और संस्कृत विद्यालयों को दोगुना अनुदान देने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 से ही दोगुना अनुदान दिया जा रहा है। राज्य में वित्तरहित 33 संस्कृत विद्यालय और 46 मदरसा के करीब 2000 शिक्षकों व कर्मचारियों को इसका लाभ मिल रहा है। मार्च 2023 को राज्य के 213 मदरसों एवं 39 संस्कृत विद्यालयों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को भी प्री-मैट्रिक छात्रवृति योजना का लाभ देने की घोषणा किया गया। इसके लिए हेमंत सरकार ने प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना नियमावली-2022 में संशोधन किया है।

मुस्लिम डॉक्टर एवं पारामेडिकल कर्मियों को राज्य सरकार हज पर भेजेगी।

अप्रैल 2023 को हेमंत सरकार ने फैसला लिया था कि राज्य में कार्यरत मुस्लिम डॉक्टर एवं पारामेडिकल कर्मियों को सरकार हज पर भेजेगी। ये डॉक्टर और पारामेडिकल कर्मचारी सऊदी अरब के मक्का मदीना, जेद्दाह आदि जगहों पर अवस्थित अस्पतालों, चिकित्सा केंद्रों में प्रतिनियुक्त किए जाएंगे। जहां ये सभी डॉक्टर एवं पारामेडिकल कर्मी हज यात्रियों का उपचार करेंगे। सर्वधर्म समभाव की नीति के तहत हेमंत सोरेन हर धर्म के पावन दिवस पर संबंधित धार्मिक स्थलों पर जाते रहे हैं। प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारा की बात करें, यह उर्स के दिन मजारों पर। इसी तरह वे अक्सर हिंदु धर्म के मंदिरों में भी पूजा करने सपरिवार जाते हैं।

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