

Bihar Assembly Election : बिहार में एक बार फिर सियासी संग्राम की गूंज तेज हो चुकी है। चुनाव आयोग ने सोमवार को आगामी विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि इस बार राज्य में दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को 121 सीटों पर किया जाएगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस घोषणा के साथ ही सभी राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने की कवायद तेज कर दी है। बिहार की जनता भी अब राजनीतिक दलों के वादों और चेहरे पर नजरें गड़ाए बैठी है।
पहले चरण में जिन 121 सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीवान, गोपालगंज, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, पटना, आरा और बक्सर जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं। इन सीटों पर मुकाबला काफी रोचक होने वाला है क्योंकि कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा इन इलाकों से जुड़ी हुई है। चुनाव आयोग ने सुरक्षा और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक इंतजामों की घोषणा की है। वहीं, प्रत्याशी अपने प्रचार अभियानों को जोरशोर से आगे बढ़ा रहे हैं — रैलियां, जनसभाएं और सोशल मीडिया के जरिए जनता तक पहुंचने की कोशिशें लगातार जारी हैं।
बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से आधे से अधिक क्षेत्र पहले चरण में कवर हो जाएंगे। यह चरण राज्य के उत्तरी और मध्य बिहार के कई जिलों को अपने दायरे में लेता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चरण सत्ता के समीकरण तय करने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। जनता अब विकास, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर अपने प्रतिनिधियों का चयन करेगी। आने वाले दिनों में बिहार की सियासी फिज़ा और भी गर्म होने वाली है, क्योंकि अब हर गली-मोहल्ले में चुनावी चर्चा जोरों पर है।




