

Koderma News : कोडरमा जिले में एक बार फिर जंगली हाथियों का आतंक लौट आया है। जयनगर थाना क्षेत्र के गड़गी गांव और उसके आसपास करीब 40 हाथियों के झुंड को विचरण करते हुए देखा गया, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों में भय का माहौल है, क्योंकि महज चार महीने पहले इसी इलाके में हाथियों के झुंड ने भारी तबाही मचाई थी। उस दौरान न केवल किसानों की फसलें बर्बाद हुई थीं, बल्कि कई ग्रामीणों के घर भी तहस-नहस हो गए थे। आधा दर्जन लोगों की जानें जाने के बाद प्रशासन और वन विभाग ने बड़ी मशक्कत से उन हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा था।
हाथियों के दोबारा लौटने की खबर फैलते ही इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा को लेकर आग जलाकर हाथियों को भगाने की कोशिश की और वन विभाग को तुरंत सूचना दी। विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर हाथियों के झुंड को नियंत्रित करने में जुट गई। वन कर्मियों के अनुसार, यह झुंड संभवतः झारखंड-बिहार सीमा क्षेत्र से भटक कर यहां पहुंचा है। विभाग लगातार ड्रोन और फॉरेस्ट गश्ती टीम की मदद से उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहा है ताकि किसी भी तरह की जनहानि या फसल नुकसान को रोका जा सके।
गांवों में एक बार फिर पुरानी दहशत लौट आई है। ग्रामीणों को डर है कि हाथियों के झुंड के कारण उनकी पकी हुई धान की फसल बर्बाद न हो जाए। यह समय फसल कटाई का है, और अगर हाथियों ने खेतों में प्रवेश किया, तो किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक हाथियों को पूरी तरह से क्षेत्र से बाहर नहीं किया जाता, वे चैन से नहीं बैठ सकते। कुछ गांवों में तो लोगों ने रातभर आग जलाकर पहरा देने की तैयारी कर ली है।
वन विभाग के रेंजर रविंद्र कुमार ने बताया कि टीम लगातार हाथियों के मूवमेंट पर नजर रख रही है और रात के समय पटाखे और मशालों की मदद से उन्हें जंगल की ओर खदेड़ने की योजना बनाई गई है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे भीड़ न लगाएं और सुरक्षित दूरी बनाकर रखें ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। विभाग ने प्रशासन के सहयोग से अलर्ट जारी किया है और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए विशेष दल तैयार रखा गया है।




