

Jharkhand Politics : झारखंड में भारतीय जनता पार्टी में अनुशासन को लेकर सख्ती का दौर जारी है। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में दो बड़े नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पूर्वी सिंहभूम के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती और घाटशिला मंडल अध्यक्ष कौशिक कुमार पर पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ काम करने का आरोप लगा था। भाजपा प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार सिंह ने पत्र जारी कर इस कार्रवाई की पुष्टि की और स्पष्ट कहा कि पार्टी किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी। मरांडी के इस फैसले को कार्यकर्ताओं में अनुशासन का संदेश माना जा रहा है, वहीं राजनीतिक गलियारों में इसे भाजपा की सख्त संगठनात्मक नीति का हिस्सा बताया जा रहा है।
दूसरी ओर, घाटशिला उपचुनाव के मद्देनजर भाजपा में उठापटक के बीच झामुमो ने बड़ा राजनीतिक दांव खेला है। पूर्वी सिंहभूम के कई भाजपा नेता, जिनमें जिला परिषद उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती, भाजपा मंडल अध्यक्ष कौशिक सिन्हा, भाजपा मीडिया प्रभारी सुरेश महाली और जंबू अखाड़ा अध्यक्ष बंटी सिंह शामिल हैं, ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में झामुमो की सदस्यता ग्रहण की। झामुमो ने दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, जिससे मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। भाजपा के भीतर असंतोष झामुमो के लिए अवसर बनता दिख रहा है, जबकि मरांडी की अनुशासनात्मक कार्रवाई आने वाले चुनावी समीकरणों पर बड़ा असर डाल सकती है।




