

Deoghar News : देवघर एम्स अब पूर्वी भारत का सबसे बड़ा सुपर स्पेशियलिटी हेल्थ हब बनने की दिशा में अग्रसर है। एम्स प्रबंधन ने चार वर्टिकल स्पेशलिस्ट सेंटर — कैंसर केयर, कार्डियोलॉजी, न्यूरो साइंसेस और एडवांस आई (नेत्र) सेंटर — की स्थापना का प्रस्ताव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा है। इन सभी केंद्रों का विस्तृत ब्लूप्रिंट तीन महीने पहले तैयार कर लिया गया था। मंजूरी मिलते ही देवघर एम्स देश का दूसरा ऐसा संस्थान बन जाएगा, जहां दिल्ली एम्स जैसी सभी अत्याधुनिक सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी। यह कदम झारखंड, बिहार, बंगाल और आसपास के राज्यों के मरीजों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा।
प्रस्ताव के अनुसार, प्रत्येक स्पेशलिस्ट सेंटर में 150 बेड और अत्याधुनिक उपकरणों के साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम तैनात की जाएगी। न्यूरो साइंस सेंटर में ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रोक, एपिलेप्सी और स्पाइनल डिजीज जैसे जटिल रोगों का आधुनिक इलाज किया जाएगा। एडवांस आई सेंटर में मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, रेटिना और कॉर्निया ट्रांसप्लांट जैसी सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिससे झारखंड के नेत्र रोगियों को अब बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। वहीं कार्डियोलॉजी सेंटर में एंजियोप्लास्टी, बाइपास सर्जरी और हार्ट फेल्योर मैनेजमेंट जैसी हाईटेक सेवाएं दी जाएंगी, जिससे दिल के मरीजों को आपात स्थिति में तत्काल उपचार मिल सकेगा।
इसी तरह कैंसर केयर सेंटर को दिल्ली एम्स के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा, जिसमें रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी और ट्यूमर सर्जरी जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी। देवघर के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने बताया कि एम्स का फेज-टू जल्द शुरू होगा, जिसमें 1500 बेड वाले नए अस्पताल और चारों वर्टिकल सेंटरों का निर्माण शामिल है। एम्स देवघर के निदेशक डॉ. सौरभ वाष्र्णेय ने कहा कि मंत्रालय से मंजूरी मिलते ही कार्य आरंभ किया जाएगा। उनका दावा है कि आने वाले वर्षों में देवघर एम्स पूर्वी भारत का सबसे बड़ा सुपर स्पेशियलिटी हेल्थ हब बन जाएगा, जहां देशभर के मरीज उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे।









