

Jhakhand News : खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र में डाईर मेला के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने गए थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने सख्त कदम उठाया है। इस घटना को लेकर सीओ सह बीडीओ प्रशांत डांग के आवेदन पर दो नामजद और करीब 40 से 50 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ रनिया थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। मामला कांड संख्या 33/25 के तहत दर्ज हुआ है, जिसमें BNS 2023 की कई गंभीर धाराएं शामिल हैं, जैसे 191(2), 191(3), 190, 126(2), 127(2), 115(2), 109, 132 और 352। बताया गया कि यह हमला तब हुआ जब थाना प्रभारी डाईर मेले में दारू भट्टी क्षेत्र में दो गुटों के बीच हुए विवाद को सुलझाने पहुंचे थे।
सीओ प्रशांत डांग की लिखित शिकायत में कहा गया है कि मेला समिति के अध्यक्ष शिव अवतार सिंह और सचिव मनोज कांशी को मेले के दौरान अपने स्वयंसेवकों को तैनात करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन उन्होंने इस आदेश की अनदेखी की। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे थाना प्रभारी को सूचना मिली कि दारू भट्टी की ओर दो गुटों में झगड़ा हो रहा है। जब वे सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंचे, तो पाया कि कुछ लोग शराब पीकर आपस में भिड़ रहे हैं। थाना प्रभारी ने उन्हें समझाने और शराब बेचने से मना किया, लेकिन तभी 40 से 50 लोगों का समूह, जिसमें महिलाएं भी थीं, ने पुलिस बल को घेर लिया और गाली-गलौज करते हुए हमला बोल दिया। इस दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने जलावन की लकड़ी से थाना प्रभारी के सिर पर वार कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
हमले के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। जब दूसरे सशस्त्र बल के जवान पहुंचे, तो सभी हमलावर वहां से भाग निकले। घायल थाना प्रभारी को पहले स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के लिए लाया गया, फिर उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर किया गया। एएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने बताया कि घटना में मेला समिति की लापरवाही साफ झलकती है और इसी कारण स्थिति बेकाबू हुई। मामले की जांच सर्किल इंस्पेक्टर अशोक सिंह के नेतृत्व में की जा रही है और पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करेगी। फिलहाल थाना प्रभारी का इलाज रिम्स में जारी है और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।




