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विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही से नहीं मिला एडमिट कार्ड कई विद्यार्थियों का भविष्य अँधेरे में लटका

प्रखंड क्षेत्र के लमटा पंचायत के दो विद्यालयों मध्य विद्यालय आतमपुर एवं मध्य विद्यालय लमटा के आठवीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों के ऑनलाईन रजिस्टे्रशन में हुई गड़बड़ी के कारण बच्चो का भविष्य एक वर्ष पीछे जाने के कागार पर पहुंच गया है।

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उक्त विषय के संबंध में मध्य विद्यालय आतमपुर के प्रधानाध्ययापक रामचंद्र साहू के द्वारा घोर लापरवाही बरतने से क्षुब्ध अभिभावको ने शुक्रवार की सुबह विद्यालय में ताला जड़ दिया। मौके पर उपस्थित अभिभावको ने बताया कि आठवीं बोर्ड की परीक्षा के लिए मध्य विद्यालय आतमपुर से 26 एवं मध्य विद्यालय लमटा से 67 विद्यार्थियों का रजिस्टे्रशन किया जाना था।

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जो शिक्षक स्वयं से अथवा अपनी देखरेख में न करके प्रज्ञा केंद्र संचालक को रजिस्ट्रेशन करने को दे दिया। नतीजन शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों की लापरवाही का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। आतमपुर विद्यालय के 26 में से केवल दो तथा लमटा विद्यालय के 67 में से केवल 8 विद्यार्थियों का ही रजिस्ट्रेशन सफल हुआ। शेष विद्यार्थी इससे वंचित रह गये।

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उक्त विषय को लेकर अभिभावको में काफी आक्रोश है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक से बात करने पर उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक की लापरवाही अथवा सर्वर में प्रॉब्लम के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई। परंतु किसी भी विद्यार्थी अथवा अभिभावको को चिंता करने की कोई आवश्कता नहीं है। मैं विभाग से इस संबंध में बात कर लिया हूं।

बच्चे परीक्षा में हर हाल में शामिल होंगे। सोमवार के बाद इनके एडमिट कार्ड उपलब्ध कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जायेगी। ज्ञात हो कि जिला शिक्षा अधीक्षक के मौखिक एवं प्रधानाध्याक रामचंद्र साहु के लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने विद्यालय का ताला खोला। इसके बावजूद भी ग्रामीणों का कहना है कि अगर हमारे बच्चों को परीक्षा में शामिल नहीं किया गया तो हम प्रधानाध्याक एवं विभागीय पदाधिकारियों को कटघरों में खड़ा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

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