कुछ दिनों पहले चाईबासा जिले के कस्तूरबा विद्यालय में फ़ूड प्वॉयजनिंग का मामला सामने आया था जिसके बाद प्रशासन हरकत में आयी थी और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता खुद इस मामले की देख रेख कर रहे थे.
प्रारंभिक जाँच में ये सामने आया है की कस्तूरबा विद्यालय के पानी की टंकी में कई दिनों से दो छिपकली मरी हुयी थी जिसके कारण पानी जहरीला हो गया था. इसी पानी की टंकी से विद्यालय की बच्चियां पानी का सेवन कर रही थी जिस कारण से उन्हें फ़ूड प्वॉयजनिंग हुयी है. फ़ूड प्वॉयजनिंग की चपेट में विद्यालय की 200 विद्यार्थी और एक शिक्षक भी बीमार हो गए थे.
Also Read: जनता को बड़ी सौगात देने की तैयारी में हेमंत सरकार, मिल सकती है मुफ्त बस सेवा
चाईबासा जिले के कस्तूरबा विद्यालय में फ़ूड प्वॉयजनिंग होने के पीछे ये भी तर्क दिया जा रहा है की जिस पानी की टंकी में छिपकली मरी थी उसी पानी को छात्राएं पी रही थी साथ ही उसी पानी से विद्यालय में खाना भी बनाया जा रहा था. इसलिए विद्यालय की 200 छात्राएं फ़ूड प्वॉयजनिंग की शिकार हो गयी.
Also Read: दो युवको ने आदिवासी लड़की के साथ किया दुष्कर्म, भेजे गए जेल
जिले के उपायुक्त ने ये भी ये कहा है की प्रारंभिक जाँच में ये बात साफ़ हुई है की बच्चो को फ़ूड प्वॉयजनिंग ही हुआ है. बाकि जाँच रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी होंगे उनपर साक्ष्य के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। इस मामले को लेकर राज्य के मंत्री भी अपनी नज़र बनाये हुए है.