कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए झारखण्ड लॉकडाउन है. झारखण्ड में अब तक कुल चार कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आ चुके है वैसे में राज्य सरकार लगातार राज्य की जनता से अपील कर रही है की लॉकडाउन का पालन करे. राज्य सरकार ने 1300 से भी अधिक स्थानों पर गरीबो के लिए खाने की व्यवस्था कर चुकी है. दाल-भात केंद्र, जिलो के थाने, पंचायत में मुख्यमंत्री दीदी किचन की मदद से गरीब और असहाय लोगो को खाने की व्यवस्था की जा रही है.
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राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर हेमंत सरकार पर तंज कस्ते हुए कहा की “देश व राज्य कोरोंना जैसे भीषण महामारी से जूझ रहा है लेकिन हेमंत सरकार बुनियादी सामान्य प्रशासनिक निर्णय लेने में भी अक्षम साबित हो रही हैं। राज्य के गृह सचिव समेत कई प्रशासनिक मतवपूर्णा पद ख़ाली पड़े हैं।सरकार योग्य व्यक्ति के पदस्स्थापन में भी विफल साबित हो रही है।” इसके जवाब में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के पार्टी हैंडल से बाबूलाल मरांडी को रिप्लाई करते हुए जवाब दिया गया की “इस आपदा की घड़ी में जनता को चाहिए – भोजन । झारखण्ड इकलौता प्रदेश है जहाँ हर पंचायत में किचन में दो समय का भोजन मिल रहा है। 6 लाख से अधिक प्रवासी मज़दूरों तक मदद पहुँचाने का कार्य कर रही है हेमंत सरकार और केंद्र – मोमबत्ती जलवा रही है”
इस महामारी में तो राजनीति ना करें महोदय।
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) April 6, 2020
इस आपदा की घड़ी में जनता को चाहिए – भोजन । झारखण्ड इकलौता प्रदेश है जहाँ हर पंचायत में किचन में दो समय का भोजन मिल रहा है।
6 लाख से अधिक प्रवासी मज़दूरों तक मदद पहुँचाने का कार्य कर रही है हेमंत सरकार
और केंद्र – मोमबत्ती जलवा रही है
मालूम हो की बाबूलाल मरांडी भाजपा में जाने के बाद हेमंत सरकार को घेरने में कोई कसार नहीं छोड़ रहे है. सरकार बनने के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा था की हेमंत सरकार सिर्फ ट्वीटर पर चल रही है धरातल पर सरकार कोई भी योजना नहीं दिख रही है जिससे जनता का भला हो सके.