Jharkhand झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने लंबे इंतजार के बाद आखिरकार नौ महत्वपूर्ण नियुक्ति परीक्षाओं का कैलेंडर जारी कर दिया है। इस कैलेंडर में कई महत्वपूर्ण पदों के लिए परीक्षा की संभावित तिथियों की घोषणा की गई है। आयोग के इस फैसले से राज्य के हजारों उम्मीदवारों में नई ऊर्जा और उत्साह देखने को मिला है। खासतौर पर वे अभ्यर्थी जो वर्षों से इन परीक्षाओं की तारीख का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए यह खबर किसी बड़े अवसर से कम नहीं है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि सभी परीक्षाएं निर्धारित समय पर आयोजित की जाएंगी, ताकि योग्य उम्मीदवारों को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से अवसर मिल सके।
जेपीएससी द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, छठी उप-समाहर्ता सीमित प्रतियोगिता परीक्षा पांच और छह दिसंबर 2025 को आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा खास तौर पर उन कर्मियों के लिए महत्वपूर्ण है जिन्हें अनुकंपा के आधार पर नियुक्त किया गया था। आयोग ने इस परीक्षा में इन अभ्यर्थियों को शामिल करने के उद्देश्य से दोबारा विज्ञापन भी जारी किया है। इसके अलावा असिस्टेंट कंजर्वेटिव ऑफ फॉरेस्ट के लिए मुख्य परीक्षा सात, आठ और नौ नवंबर 2025 को होगी, जबकि इंटरव्यू 21 और 22 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। वहीं डेंटल डॉक्टर नियुक्ति की मुख्य परीक्षा 10 नवंबर को ली जाएगी।
आयोग के कैलेंडर के मुताबिक, प्रोजेक्ट मैनेजर (बैकलॉग) की नियुक्ति प्रारंभिक परीक्षा चार और पांच अक्टूबर 2025 को होगी, जबकि एपीपी (रेगुलर) नियुक्ति की प्रारंभिक परीक्षा 10 और 11 अक्टूबर 2025 को आयोजित की जाएगी। रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर की मुख्य परीक्षा 31 अक्टूबर, एक और दो नवंबर 2025 को होगी। फैक्ट्री इंस्पेक्टर की लिखित परीक्षा 12 और 13 दिसंबर 2025 को निर्धारित की गई है, वहीं बॉयलर इंस्पेक्टर की परीक्षा 19 और 20 दिसंबर 2025 को होगी। इस तरह देखा जाए तो अक्टूबर से दिसंबर 2025 तक आयोग ने परीक्षाओं की लंबी श्रृंखला तय कर दी है, जिसमें विभिन्न विभागों की नियुक्तियों से जुड़े अहम पद शामिल हैं।
जेपीएससी की इस घोषणा ने उम्मीदवारों के बीच नई उम्मीदें जगा दी हैं। राज्य के युवा अब अपने-अपने स्तर पर परीक्षा की तैयारियों में जुट गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कैलेंडर पारदर्शिता और समयबद्ध भर्ती प्रक्रिया की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल परीक्षार्थियों को समय रहते रणनीति बनाने में मदद मिलेगी, बल्कि आयोग की विश्वसनीयता भी मजबूत होगी। उम्मीदवारों का मानना है कि अब उन्हें तैयारी के लिए निश्चित समय-सीमा मिल गई है, जिससे वे बेहतर योजना बना सकते हैं। कुल मिलाकर, जेपीएससी का यह कदम न सिर्फ राज्य के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करेगा बल्कि हजारों युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने का सुनहरा अवसर भी प्रदान करेगा।