Koderma: झारखंड के कोडरमा जिले में कानून को ताक पर रखने वाली घटना सामने आई है। जगुआर शोरूम के मालिक अशोक यादव ने चोरी के शक में दो युवकों को ट्रक से बांधकर बेरहमी से पीटा। इस अमानवीय घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने संज्ञान लिया और कार्रवाई शुरू कर दी।
क्या है पूरा मामला?
घटना कोडरमा जिले के तिलैया थाना क्षेत्र की है। पीड़ित मो. हसन सिद्दीकी और उनके भाई मो. सैफ सिद्दीकी ने बताया की वे शौच के लिए गए थे। उसी दौरान शोरूम के पास स्थित एक कमरे में कबाड़ देखकर लौट रहे थे कि शोरूम के कर्मचारियों ने उन्हें चोरी के शक में पकड़ लिया। इसके बाद दोनों की लाठी-डंडों से पिटाई शुरू कर दी गई और उन्हें ट्रक से बांधकर बेरहमी से मारा गया।
वहीं, शोरूम मालिक अशोक यादव ने आरोप लगाया कि इन युवकों ने पहले भी उनके शोरूम और पास के होटल में चोरी की थी। जब उन्होंने बिना इजाजत वहां घुसने का कारण पूछा, तो युवकों ने उन पर हमला कर दिया, जिससे उन्हें चोट लगी। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उन्हें पकड़कर सजा देने की ठान ली और ट्रक में बांधकर लाठी-डंडे से पिटाई कर दी।
घटना की सूचना मिलते ही तिलैया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को छुड़ाकर थाने ले गई। पुलिस ने शोरूम मालिक अशोक यादव को भी थाना बुलाकर पूछताछ की। वहीं, तिलैया थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से आवेदन प्राप्त हुआ है और मामले की जांच की जा रही है।
न्याय की जिम्मेदारी कानून की, ना कि भीड़ की
इस घटना ने समाज में बढ़ती भीड़तंत्र की मानसिकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत है? अगर कोई अपराध करता है, तो उसे सजा देने का अधिकार केवल न्यायपालिका को है, न कि किसी आम नागरिक को। इस तरह की घटनाएं न्याय व्यवस्था को कमजोर करती हैं और समाज में हिंसा को बढ़ावा देती हैं। पुलिस प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी होगी ताकि भविष्य में कोई भी कानून को अपने हाथ में लेने की हिम्मत न करे।