Koderma: जिले की पुलिस ने साइबर अपराध और फर्जीवाड़े के एक बड़े मामले का पर्दाफाश किया है, जहां ऑनलाइन क्लास और फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए युवाओं को ठगा जा रहा था। पुलिस अधीक्षक कोडरमा को गुप्त सूचना मिली थी कि तिलैया थाना क्षेत्र के पानी टंकी रोड पर एक व्यक्ति सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी प्रमाण पत्र जारी कर धोखाधड़ी कर रहा है। सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी की अध्यक्षता में विशेष टीम गठित कर छापेमारी की गई।
Cyber Crime: साइबर ठगी का नया तरीका: ऑनलाइन कोचिंग से फर्जीवाड़ा
छापेमारी में मुकेश यादव (पिता- रामचंद्र यादव, निवासी वार्ड नंबर-06, पोस्ट-लोकाय, थाना व जिला-कोडरमा) को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह 2020 से “Defence-93” नामक यूट्यूब चैनल के माध्यम से छात्रों को कोचिंग दे रहा था, जिसका लगभग तीन लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं।
आरोपी ऑनलाइन कोचिंग के जरिए छात्रों को CRPF, BSF और अन्य सरकारी संस्थानों में नौकरी दिलाने का झांसा देता था। वह फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज ऑनलाइन उपलब्ध कराता था। छात्रों को भरोसे में लेने के लिए वह वीडियो कॉलिंग के माध्यम से नकली सर्टिफिकेट दिखाकर पैसे ऐंठता था।
बैंक खातों के जरिए साइबर धोखाधड़ी
गिरफ्तार आरोपी छात्रों से पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर करवाता था और खुद के अलग-अलग बैंक खातों में भेजता था। वह यह दिखाने के लिए कि पैसा किसी अन्य व्यक्ति को ट्रांसफर किया गया है, अलग-अलग खातों में रकम घुमाता था, जबकि सभी खाते उसी के थे।
इस तरह की साइबर ठगी का शिकार कई छात्र हुए, जिन्होंने आरोपी से लिए गए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी नौकरी पाई, लेकिन बाद में पकड़े जाने पर नौकरी से निकाल दिए गए।
बरामद डिजिटल और बैंकिंग दस्तावेज:
कंप्यूटर और मोबाइल उपकरण:
- ज़िरोडीक कंपनी का मॉनिटर – 01 पीस
- डैल कंपनी का CPU – 01 पीस
- डैल कंपनी का की-बोर्ड – 01 पीस
- डैल कंपनी का माउस – 01 पीस
- iPhone 16 Pro – 01 पीस
- नथिंग कंपनी का मोबाइल – 01 पीस
साइबर क्राइम से जुड़े बैंकिंग दस्तावेज:
- बंधन बैंक का चेकबुक – 01
- बैंक ऑफ इंडिया का चेकबुक – 01
- बंधन बैंक का एटीएम – 01
- ICICI बैंक का एटीएम – 01
- बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम – 01
साइबर सेल भी जांच में शामिल
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल की टीम भी जांच में जुट गई है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह के तार अन्य राज्यों या किसी बड़े साइबर नेटवर्क से तो नहीं जुड़े हैं।
पुलिस टीम द्वारा कार्रवाई
इस साइबर अपराध और ठगी के मामले का खुलासा करने में इन पुलिस अधिकारियों और जवानों की अहम भूमिका रही:
- पु.नि. विनय कुमार (थाना प्रभारी, तिलैया)
- पु.अ.नि. महादेव पांडेय (तिलैया थाना)
- पु.अ.नि. अभिमन्यु पड़िहारी (AOG प्रभारी, कोडरमा)
- सशस्त्र बल एवं पैंथर आरक्षी, तिलैया थाना
आगे की कार्रवाई:
गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ तिलैया थाना में कांड संख्या- 47/25 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है ताकि इस ठगी से जुड़े अन्य आरोपियों तक पहुंचा जा सके।