मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य अलग होने के बाद भी जिस उद्देश्य से राज्य बना वह पूरा नहीं हो पाया। आंदोलनकारी नेताओं के सपनों का हम झारखंड बनाएंगे। आज उसी को ध्यान में रखकर सारे कार्य हो रहे हैं। झारखंड के आदिवासी, दलित और पिछड़े समाज के बच्चों के माता-पिता ने कभी नहीं सोचा था कि उनका बच्चा सरकारी खर्चे में विदेश में पढ़ सकेगा।
जल्द आपके द्वार जाएंगे अधिकारी हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पदाधिकारी जल्द आपके द्वार जाएंगे और आपकी समस्याओं का समाधान करेंगे। पूर्व में भी गांव-गांव में कैंप लगाकर आपकी समस्याओं का समाधान किया गया था। सरकार आपके द्वार के माध्यम से राज्य के लाखों जरूरतमंद लोगों को सर्वजन पेंशन योजना समेत कई योजनाओं से जोड़ा गया।
गांव स्तर पर भी खोली जाएगी दवा की दुकान
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पंचायत स्तर पर दवा दुकान खुलेगी। इसके बाद गांव स्तर पर भी। हालांकि इसके लिए फार्मासिस्ट की डिग्री को लेकर झगड़ा चल रहा है। परंतु यह नियम उस समय का है जब दवा को मिलाकर दिया जाता था। अब पढ़ा लिखा, नर्स, 12वीं व स्नातक पास भी यह खोल सकते हैं।