बता दें कि कमलदेव गिरि हत्याकांड का मुख्य आरोपी सतीश प्रधान को बीते मंगलवार( 22 नवंबर ) को चाईबासा पुलिस ने उत्तरप्रदेश के बलिया से गिरफ्तार किया है. उसने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि आपसी रंजिश के वजह से कमलदेव गिरी की हत्या की गई थी. गौरतलब है कि चक्रधरपुर के भारत-भवन चौक के पास 12 नवंबर 2022 को कमलदेव की बम मारकर हत्या कर दी गयी थी. सतीश ने ही कमलदेव की हत्या के लिए जाहिद को सुपारी दी थी.
Also read: Chaibasa: कांग्रेसियों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती संकल्प दिवस के रूप में मनाया
कमलदेव की हत्या के लिए लगभग छह महीने से रेकी की जा रही थी. इसके लिए अब तक सतीश ने जाहिद को लगभग 70 हजार रुपए दिए थे. घटना को अंजाम देने के बाद सतीश जमशेदपुर भाग गया था. वहां से रांची गया और फिर रांची से जमशेदपुर आने के बाद वापस बलिया चला गया था. वह लगातार अपना लोकेशन बदल रहा था जिस कारण पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी. जिसके बाद बीते मंगलवार को चाईबासा पुलिस ने उसे बलिया से गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि बीते साल दोनों के बीच मारपीट हुई थी. इस मामले में दोनों जेल भी गये थे. उस वक्त सतीश की शादी होनी थी जिस कारण वह रोष में था और मन ही मन कमलदेव की हत्या करने का प्लान बना लिया. सतीश ने जाहिद को हत्या की सुपारी दी. जाहिद और उसके साथी राकिब की गिरफ्तारी होने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पायेगा