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JSSC CGL में कथित गड़बड़ी की CID करेगी जांच, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिया आदेश

Ranchi: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की संयुक्त स्नातक स्तरीय (JSSC CGL) परीक्षा में कथित गड़बड़ियों को लेकर मचे बवाल के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने इन गड़बड़ियों की जांच अपराध अनुसंधान विभाग (CID) से कराने का आदेश दिया है। राज्य के कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग ने इस निर्णय की पुष्टि करते हुए जांच के लिए औपचारिक आदेश जारी कर दिया है।

JSSC CGL: परीक्षा में 3 लाख से अधिक अभ्यर्थी हुए थे शामिल

JSSC CGL परीक्षा का आयोजन 21 और 22 सितंबर, 2024 को राज्यभर के 823 केंद्रों पर किया गया था। इसमें लगभग 3.04 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया। परीक्षा का परिणाम 4 दिसंबर को जारी किया गया, जबकि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन 16 से 20 दिसंबर और विशेष परिस्थितियों में 26-27 दिसंबर को होगा।

JSSC CGL Paper Leak: पेपर लीक और गड़बड़ियों के आरोप

परीक्षा में शामिल कई अभ्यर्थियों ने पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। छात्रों का कहना है कि परीक्षा में गंभीर चूक हुई है, जिससे योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ है। इसे लेकर छात्र परीक्षा रद्द करने और पुनः परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं।

छात्रों का आंदोलन और प्रशासन का अलर्ट

छात्र संगठन इस मुद्दे को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने 15 दिसंबर को JSSC कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है। संभावित प्रदर्शन को देखते हुए सरकार और प्रशासन सतर्क है।

CID की जांच से आस

CID द्वारा जांच की घोषणा के बाद अभ्यर्थियों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार पारदर्शिता और निष्पक्षता के प्रति प्रतिबद्ध है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

क्या CID की जांच से छात्रों को मिलेगा न्याय?


CID की जांच से क्या इन आरोपों की सच्चाई सामने आएगी और क्या दोषियों को सजा मिलेगी, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। फिलहाल, छात्रों और सरकार के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है।