मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से झारखंड मंत्रालय में ऐतिहासिक राजी पाड़हा जतरा समिति, मुड़मा के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। यह जतरा, झारखंड के आदिवासी परंपराओं और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे हर साल भव्यता से मनाया जाता है। इस अवसर पर समिति ने मुख्यमंत्री को आगामी 18 और 19 अक्टूबर को होने वाले इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया।मुख्य संयोजक धर्मगुरु बंधन तिग्गा और अध्यक्ष जगराम उरांव ने मुख्यमंत्री के समक्ष मेले की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को रेखांकित किया।
इस मेला का आयोजन मुड़मा में पारंपरिक आदिवासी पूजा पद्धतियों के साथ किया जाता है, जिसमें झारखंड के कई हिस्सों से लोग हिस्सा लेते हैं। हर साल इस समारोह में राज्य के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति रहती है, जो आदिवासी समुदाय के साथ सीधा संवाद स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।मुख्यमंत्री ने इस निमंत्रण को स्वीकार किया और आयोजन की सफलता की कामना की। यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य के सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने में भी सहायक साबित होता है। इस तरह के पारंपरिक आयोजनों से झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने में मदद मिलती है।