Godda: रांची: जिस प्रकार से ठंड का महीना नजदीक आ रहा है और पारा प्रत्येक दिन गिर रहा है ठीक उसी प्रकार से लोकसभा की तारीख भी जैसे – जैसे नजदीक आ रहा है तो चुनावी सर गर्मी का पारा भी बढ़ रहा है और सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दांव बढ़ता जा रहा है। बताते चले कि बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्विटर अकाउंट से 11 नवंबर को ट्विट करके हेमंत सोरेन सरकार पर गोड्डा के सुन्दरपहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी पहाड़िया भाई-बहनों को कई महीनों से अनाज नहीं देने का आरोप लगाया।
जब हेमंत सोरेन को इसकी जानकारी मिली,तो हेमंत सोरेन गोड्डा उपायुक्त को मामले की जांच करने एवं समस्या समाधान के निर्देश दिए। गोड्डा उपयुक्त ने जब मामले का जांच किया और मामले के बारे में कहा कि जुलाई, अगस्त एवं अक्टूबर महीने के राशन को कार्ड धारकों को पूर्ण रूप से दे दिया गया और उन्होंने यह भी कहा कि सितंबर महीने के राशनकार्ड धारकों में से कतिपय राशन धारक को राशन नहीं मिल पाया। तब हेमंत सरकार ने सुन्दर पहाड़ी प्रखंड में विशेष कैंप के माध्यम से 13 नवंबर 2023 को राशन वितरित करने का निर्देश दिया है साथ हीं जहां कहीं राशन धारकों को राशन छुटा हो तो वहां भी विशेष कैंप के माध्यम से राशन वितरित करने का निर्देश दिया है।
दूसरी ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि हेमंत सरकार संवेदनशील सरकार है जो गरीब-गुरबा एवं आदिवासीयों की सरकार है। हम झारखंडियों की समस्या समाधान को सुनते हैं और उन्हें हल करने का प्रयास भी करते हैं। पिछली सरकार भाजपा की थी जिसमें कई आदिवासियों का मामला सामने आया जिसमें वे लोग भात-भात कहते हुए मर गए। झारखंड का इतना बुरा हाल हो गया था जिसमें लोग को चावल तक नहीं मिल पा रहा था और उसी समय राज्य के कई राशन कार्ड धारकों का राशन कार्ड कटवा दिया गया था। हेमंत सरकार के अस्तित्व आने पर लगभग 20 लाख नया हरा राशन कार्ड हमलोगो के द्वारा बनवाया गया। जिससे लोगों को राशन मिल रहा है और आयुष्मान का भी लाभ प्राप्त हो रहा है।