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Hul Diwas 2025: गुरुजी के अस्वस्थ होने के कारण भोगनाडीह नहीं पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन, दिल्ली से हूल वीरों को दी श्रद्धांजलि

zabazshoaib

Hul Diwas 2025: रांची/दिल्ली: झारखंड के वीर सपूतों और हूल आंदोलन के महानायक सिदो-कान्हू एवं चांद-भैरव को आज हूल दिवस के अवसर पर पूरे राज्य ने श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली में रहकर इन वीरों को नमन किया और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। उल्लेखनीय है कि इन दिनों दिशोम गुरु और झारखंड आंदोलन के शिल्पकार शिबू सोरेन की तबीयत खराब चल रही है। वे दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं और डॉक्टरों की विशेष निगरानी में उनका इलाज जारी है। इसी कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन समेत परिवार के अन्य सदस्य दिल्ली में ही मौजूद हैं। हालांकि दिल्ली में रहकर भी मुख्यमंत्री ने अपने राज्य के वीर शहीदों को याद किया और हूल दिवस की गरिमा बनाए रखी। झारखंड के विभिन्न जिलों में भी हूल दिवस पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्थानीय विद्यालयों, संस्थाओं और जन प्रतिनिधियों ने सिदो-कान्हू और चांद-भैरव के अदम्य साहस और बलिदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

Hul Diwas: दिशोम गुरु अस्वस्थ, लेकिन हूल की भावना जीवित: सीएम का भावुक संदेश

सीएम हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि संताल हूल विद्रोह के महानायक अमर वीर शहीद सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो और हजारों वीर शहीदों के संघर्ष और समर्पण के पदचिन्हों पर चलने वाले दिशोम गुरु शिबू सोरेन अभी अस्वस्थ हैं। इस कारण वे इस बार भोगनाडीह की क्रांतिकारी वीर भूमि पर नहीं आ पाए, लेकिन हूल दिवस उनके लिए सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं है। हूल दिवस संकल्प का दिन है। हूल ताकत है। हूल उनकी पहचान है। आने वाले समय में आदिवासी धर्म कोड, आदिवासी संस्कृति, भाषा, सभ्यता और पहचान के लिए हूल उलगुलान होगा।

Hul Diwas 2025: मौके पर ये थे मौजूद

मौके पर गांडेय विधायक कल्पना सोरेन, रामगढ़ विधायक ममता देवी, टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, सारठ विधायक उदय प्रताप सिंह उर्फ चुन्ना सिंह, खिजरी विधायक राजेश कच्छप और डाल्टनगंज के पूर्व विधायक केएन त्रिपाठी उपस्थित थे।