Ranchi: झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के नेतृत्व में राज्य सरकार ने चार वर्षों का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस दौरान राज्य में विकास की नई लकीर खिंची है। झारखंड की जनता से किए गए वादों को काफी हद तक पूरा करने में भी सरकार सफल रही है। जनता की उम्मीदों के अनुरूप मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विगत चार वर्षों के कार्यकाल के दौरान विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में सफलता पाई है।
जनता ने जिन अपेक्षाओं के साथ चार वर्ष पूर्व हेमंत सोरेन के हाथों सत्ता की कमान सौंपी उस पर खरा उतरने में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी।राज्य के सभी जिलों की विधि व्यवस्था, सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा के हालात में आशातीत सुधार हुए हैं।हेमंत सोरेन दृढनिश्चय के साथ जनहित के कार्यों के प्रति समर्पित रहे हैं। एक सशक्त मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल रहे हैं।
विगत चार वर्षों के कार्यकाल में जनहित से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए नौकरशाही की नकेल कसने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।नतीजतन जनकल्याणकारी योजनाएं धरातल पर उतरीं। इसका लाभ जनता को मिल रहा है। संचिकाओं के त्वरित निष्पादन में उनकी सक्रियता सराहनीय है।
झारखंड की जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करने के प्रति उनका समर्पण सर्वविदित है। गांव और शहरों का सर्वांगीण विकास, जनता को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने सहित राज्य के विकास में उनके योगदान का सकारात्मक परिणाम सामने आ रहा है। राज्य में सड़कों का जाल बिछाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के प्रति कई उल्लेखनीय कार्य किए गए,जिससे ग्रामीण जनता आर्थिक रूप से सशक्त हो रही है। बेरोजगारों को रोजगार देने की दिशा में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का प्रयास रंग ला रहा है।कुल मिलाकर कहा जाए तो विगत 4 वर्षों के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यकाल में विकास की नई इबादत लिखी गई है। राज्य को विकसित राज्यों की श्रेणी में अग्रिम पंक्ति पर लाने के प्रति उनके संकल्प और समर्पण का सकारात्मक परिणाम जल्द ही सामने देखने को मिलेगा।बहरहाल हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार अपने कार्यकाल के पांचवें वर्ष में प्रवेश कर रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जज्बे और जुनून को देखते हुए आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि राज्य सरकार सफलतापूर्वक अपने कार्यकाल पूरा करेगी। इस दौरान राज्य के विकास का सपना साकार होगा। जनहित से जुड़ी योजनाओं को अमली जामा पहनाने की दिशा में झारखंड एक मिसाल बनेगा।
विशेष संपादकीय: सुमन कुमार
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