

Jharkhand Municipal Elections : झारखंड में लंबे समय से टल रहे नगर निकाय चुनाव अब अपने अंतिम चरण में पहुंचते दिख रहे हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने दिसंबर से जनवरी के बीच चुनाव कराने की पूरी तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन नवंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद दिसंबर के पहले सप्ताह में अधिसूचना जारी होने की संभावना है। इस बार झारखंड में चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के बजाय पारंपरिक बैलेट पेपर से कराए जाएंगे। आयोग ने इसके लिए सभी जिलों को निर्देश भेज दिए हैं, जिसमें पर्याप्त बैलेट बॉक्स, स्ट्रांग रूम, सुरक्षा व्यवस्था और मतगणना केंद्र की तैयारी जल्द पूरी करने का आदेश शामिल है। बोकारो जिले में चास नगर निगम और फुसरो नगर परिषद जैसे प्रमुख निकायों में भी इस बार मतदान होगा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 के बाद से इन निकायों में जनप्रतिनिधियों का अभाव रहा है, जिसके कारण स्थानीय विकास कार्यों में कई बाधाएँ आई हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, पूरे राज्य में लगभग एक करोड़ से अधिक मतदाता इस चुनाव में भाग लेंगे। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण माहौल में कराई जाएगी। हालांकि, ईवीएम की जगह बैलेट पेपर के इस्तेमाल को लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस तेज हो गई है। जब देश के अन्य राज्यों में डिजिटल प्रणाली से चुनाव कराए जा रहे हैं, तब झारखंड में पारंपरिक तरीके की वापसी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आयोग का कहना है कि संसाधनगत सीमाएं और तकनीकी जटिलताओं को देखते हुए यह फैसला व्यावहारिक है। इससे ग्रामीण और छोटे नगर क्षेत्रों में मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया समझने में आसानी होगी। अब सबकी निगाहें निर्वाचन आयोग के उस आधिकारिक ऐलान पर टिकी हैं, जो आने वाले हफ्तों में चुनावी तस्वीर को साफ करेगा।




