

Jharkhand News : चाईबासा में थैलेसीमिया से पीड़ित मासूम बच्चों को एचआईवी (HIV) संक्रमित रक्त चढ़ाए जाने का मामला पूरे राज्य में सनसनी का विषय बन गया है। इस घटना ने न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही को उजागर किया है, बल्कि इंसानियत को भी झकझोर कर रख दिया है। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने सिविल सर्जन समेत अन्य संबंधित पदाधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। मंत्री ने इस गंभीर घटना पर कहा है कि राज्य में स्थित सभी ब्लड बैंकों का ऑडिट कराया जाएगा और पांच दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य प्रक्रिया में लचर व्यवस्था किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
माननीय मुख्यमंत्री महोदय @HemantSorenJMM जी को अवगत कराना चाहता हूँ कि दो दिन पूर्व यह मामला मेरे संज्ञान में आया था, जिसके बाद मैंने तत्काल उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। जांच के क्रम में एक थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे में एचआईवी संक्रमण की प्राथमिक पुष्टि हुई है।
— Dr. Irfan Ansari (@IrfanAnsariMLA) October 26, 2025
इस गंभीर मामले पर…
राज्य सरकार ने पीड़ित बच्चों और उनके परिजनों के लिए तत्काल राहत की घोषणा भी की है। प्रत्येक प्रभावित परिवार को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, साथ ही संक्रमित बच्चों का पूरा इलाज राज्य सरकार अपने खर्च पर कराएगी।
चाईबासा में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने की सूचना पर पश्चिमी सिंहभूम सिविल सर्जन समेत अन्य संबंधित पदाधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) October 26, 2025
पीड़ित बच्चों के परिवारों को 2-2 लाख रूपये की सहायता राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी तथा संक्रमित…
यह घटना राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली के लिए एक गंभीर चेतावनी है और इसने साफ कर दिया है कि अब किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई तय है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि चाईबासा सदर अस्पताल में कुल 56 थैलेसिमिया पीड़ित बच्चों को रक्त चढ़ाया गया है, जिनमें छह बच्चे एचआइवी संक्रमित पाए गए हैं। सभी प्रभावित बच्चों की उम्र छह से आठ वर्ष के बीच है।




