

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री Dr. Irfan Ansari ने शुक्रवार को रांची स्थित जय हिंद फार्मा मेडिकल स्टोर का औचक निरीक्षण कर दवा उद्योग में मचे हड़कंप को और तेज कर दिया। निरीक्षण के दौरान मंत्री Dr. Irfan Ansari ने वहां उपलब्ध विभिन्न कंपनियों के कफ सिरप के नमूने स्वयं लिए और राज्य ड्रग्स निदेशालय को तत्काल जांच के लिए सौंपे। Dr. Irfan Ansari ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी नमूनों की गुणवत्ता की जांच शीघ्र की जाए और रिपोर्ट तुरंत सौंपी जाए। यह कदम जनता की सुरक्षा और राज्य में दवा वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा संदेश है।
Dr. Irfan Ansari ने निरीक्षण के दौरान स्पष्ट कहा कि झारखंड सरकार की प्राथमिकता है कि हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित दवाएं उपलब्ध हों। उन्होंने बताया कि इसी उद्देश्य से पूरे राज्य में एक विशेष निगरानी अभियान शुरू किया जा रहा है, जिसमें सभी मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और दवा डिपो का औचक निरीक्षण किया जाएगा। इस अभियान के तहत टीमों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी प्रकार की फर्जी, एक्सपायर्ड या घटिया गुणवत्ता की दवा मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
मंत्री ने सभी ड्रग्स निरीक्षकों और मेडिकल स्टोर संचालकों को सख्त चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी स्टोर में मानकों का उल्लंघन पाया गया, तो लाइसेंस तत्काल रद्द किया जाएगा और दोषी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। “स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किसी भी कीमत पर नहीं होने दूंगा,” डॉ. अंसारी ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि झारखंड के लोग बिना डर और चिंता के दवा लें — यह हमारी जिम्मेदारी है।”
स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि पूरे राज्य में ‘नो टॉलरेंस’ नीति लागू की जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में विशेष ड्रग्स जांच टीमें गठित की जा रही हैं, जो बाजार में उपलब्ध कफ सिरप, एंटीबायोटिक, और पेन रिलीवर जैसी आम दवाओं के नमूने लेकर परीक्षण करेंगी। ड्रग्स निदेशालय को आदेश दिया गया है कि 24 घंटे में प्राथमिक जांच रिपोर्ट और 72 घंटे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए ताकि किसी भी अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई हो सके।
अंत में डॉ. अंसारी ने कहा कि यह मुहिम सिर्फ सरकार की नहीं बल्कि जनता की भी है। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि यदि कहीं संदिग्ध दवाएं या फर्जी मेडिकल स्टोर दिखे तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। “झारखंड के स्वास्थ्य तंत्र को साफ और मजबूत बनाना मेरा संकल्प है,” उन्होंने कहा। “जो भी इस मिशन में बाधा बनेगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे।”




