
Jharkhand News : झारखंड में शीतकालीन सत्र की तैयारियों के बीच छात्रों के मुद्दे एक बार फिर सुर्खियों में हैं। 5 से 11 दिसंबर तक चलने वाले विधानसभा सत्र के दौरान जहां सदन में जनकल्याण से जुड़े प्रश्नों पर चर्चा होगी, वहीं सदन के बाहर ‘झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा’ छात्रों की लंबित मांगों को लेकर आंदोलन करेगा। हजारीबाग स्थित रॉयल ब्लू रेस्टोरेंट में आयोजित बैठक में संगठन ने सामूहिक सहमति से राज्य सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति तय की। निर्णय लिया गया कि छात्रों की समस्याओं को उठाने के लिए डुमरी से रांची तक पदयात्रा निकाली जाएगी और विधानसभा के सामने एक दिवसीय धरना देकर सरकार का ध्यान आकर्षित किया जाएगा।
संगठन के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो ने बताया कि पदयात्रा 4 दिसंबर को बोकारो (डुमरी) से शुरू होगी और रामगढ़ होते हुए राजधानी रांची पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि 09 दिसंबर को विधानसभा के समक्ष धरना-प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा, ताकि सरकार छात्रों की आवाज सुन सके और उनकी मांगों पर ठोस निर्णय ले। यह आंदोलन मुख्य रूप से लंबित छात्रवृत्ति वितरण, परीक्षा कैलेंडर लागू करने, प्रतियोगी परीक्षाओं को समय पर संपन्न कराने तथा खतियान आधारित नियोजन लागू कर सभी रिक्त पदों को भरने जैसी प्रमुख मांगों को लेकर किया जा रहा है।
बैठक में कई वरीय पदाधिकारी—देवेंद्र नाथ महतो, मोतीलाल महतो, मनोज यादव, महेंद्र प्रसाद मंडल, दिनेश साहू, बेरोजगार पनेसर, राजदेश रतन और सूरज साहू—उपस्थित रहे। संगठन ने स्पष्ट कहा कि जब तक सरकार छात्रों की समस्याओं पर गंभीरता नहीं दिखाती, तब तक आंदोलन तेज किया जाएगा। बताते चलें कि यह पदयात्रा निर्धारित मार्ग से गुजरते हुए 9 दिसंबर को रांची पहुंचेगी और विधानसभा के समक्ष शांतिपूर्ण लेकिन सशक्त तरीके से धरना-प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र शामिल होने की उम्मीद है।
