Skip to content
Advertisement

JHARKHAND NEWS : IAS पूजा सिंघल परिवार की संपत्ति जब्त, पल्स हॉस्पिटल और डायग्नोस्टिक भी अटैच

Bharti Warish

JHARKHAND NEWS : ईडी ने जांच में पाया कि आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल द्वारा अपनी नाजायज आमदनी को जायज करार देने के लिए बैंकिंग चैनलों का इस्तेमाल करते हुए मनी लाउंड्रिंग की गयी।

Advertisement
Advertisement
JHARKHAND NEWS : IAS पूजा सिंघल परिवार की संपत्ति जब्त, पल्स हॉस्पिटल और डायग्नोस्टिक भी अटैच 1
Advertisement

अपने पति अभिषेक झा के बैंक खातोंं में पलामू में उपायुक्त रहते हुए नकद राशि जमा करायी. अभिषेक झा ने पूजा सिंघल की नाजायज आमदनी को सही करार देने के लिए इसे ऑस्ट्रेलिया में खुद के द्वारा कमायी गयी राशि बतायी।

वह अपने दावे के साबित करने में सफल नहीं हो सके. जांच में पाया गया कि मनी लाउंड्रिंग की राशि पल्स हॉस्पिटल, पल्स डायग्नोस्टिक और जमीन खरीदने में इस्तेमाल की गयी. संजीवनी हेल्थ केयर के शेयरों का नये सिरे से बंटवारा किया गया था. इसमें अभिषेक झा के पास 21.92 लाख रुपये मूल्य के 2,19,200 शेयर (32 प्रतिशत) और अमिता झा के पास 6.85 लाख रुपये के 68,500 शेयर (10 प्रतिशत) हैं।

इसके अलावा आयुषी पुरवार के पास 16.44 और इशिता पुरवार के पास भी 16.44 लाख के शेयर (24-24 प्रतिशत) हैं. जांच में पाया गया था कि अभिषेक झा ने अस्पताल में विभिन्न बैंकिंग चैनलों के माध्यम से 36 लाख रुपये निवेश किये थे।

इसमें से 22.25 लाख रुपये अलग अलग बैंकों में नकद जमा किये गये थे, जो पूजा सिंघल की नाजायज आमदनी थी. अमिता झा ने 6.5 लाख रुपये का निवेश किया था. इसमें से 2.15 लाख रुपये विभिन्न बैंकों में जमा की गयी नकद राशि से ली गयी थी।

पूछताछ में यह दावा किया गया कि अमिता झा ने संजीवनी से मिले अपने वेतन की राशि का निवेश किया है। पर जांच में पाया गया कि उस वक्त तक संजीवनी शुरू ही नहीं हुई थी. पल्स अस्पताल की जांच में यह पाया गया कि बुक्स ऑफ अकाउंट्स में भवन निर्माण का खर्च सिर्फ 13.19 करोड़ रुपये बताया गया।

लेकिन स्वतंत्र जांच में निर्माण का खर्च 42.82 करोड़ रुपये आंंका गया. मशीन आदि के लिए 26.44 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया गया था. हालांकि वास्तविक खर्च 31.16 करोड़ रुपये था।

उषा कंस्ट्रक्शन को 1.12 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था, इसमें 47.74 लाख रुपये नकद थे. डायग्नोस्टिक सेंटर का वास्तविक मूल्य 2.70 करोड़ रुपये था. हालांकि इसकी कीमत 1.10 करोड़ रुपये ही बतायी गयी थी।

इडी ने कांके थाना क्षेत्र में खरीदी गयी जमीन (17 डिसमिल, प्लॉट नंबर 1685 और 1396 ) को भी जब्त कर लिया है. यह जमीन राधेश्याम फायर वर्क्स एलएलपी के नाम पर खरीदी गयी थी. जमीन की खरीद के कागज पर सिर्फ 94.60 लाख रुपये के भुगतान का उल्लेख किया गया है।

जांच में पता चला कि इस खरीद के लिए 1.33 करोड़ रुपये नकद भुगतान किया गया था. राधेश्याम फायर वर्क्स में पवन सिंह और कमलेश सिंघल पार्टनर हैं. कमलेश सिंघल, आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल की मां हैं और पवन सिंह मनी लाउड्रिंग में गिरफ्तार सीए सुमन कुमार सिंह का भाई है।

संपत्ति का ब्योरा कागजी मूल्य वास्तविक मूल्य मालिक

पल्स डायग्नोस्टिक 1.10 करोड़ 2.70 करोड़ अभिषेक झा

पल्स अस्पताल का भवन और जमीन 13.19 करोड़ 42.85 करोड़ पल्स संजीवनी हेल्थ केयर

अस्पताल के पास 1.65 डिसमिल का कट प्लॉट 17.00 लाख 17.00 लाख अमिता झा

पल्स संजीवनी के उपकरण और मशीन 34.95 करोड़ 34.95 करोड़ पल्स संजीवनी

कांके में 17 डिसमिल जमीन 94.6 लाख 2.27 करोड़ राधे श्याम फायर वर्क्स एलएलपी