Jharkhand News: राज्य में दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही 16 जिलों में ट्रॉमा सेंटर का संचालन शुरू हो जाएगा। राष्ट्रीय एवं राजकीय राजमार्गों पर अवस्थित इन 16 ट्रॉमा सेंटरों को कार्यशील करने के लिए उपकरणों की खरीद प्रक्रिया शुरू हो गयी है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने प्राथमिकता के आधार पर चिह्नित 16 ट्रॉमा सेंटरों को कार्यशील करने के लिए न्यूनतम आवश्यक मशीन, उपकरण, उपस्कर तथा अन्य सामग्री की खरीद के लिए 11 करोड़ 88 लाख,71 हजार 984 रुपए आवंटित कर दिया है। उपकरण खरीदने की जिम्मेवारी झारखंड मेडिकल एंड हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड प्रोक्योरमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड, नामकुम को दी गयी है।
अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा निर्धारित एसडीजी (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) के तहत सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर राज्य के विभिन्न राष्ट्रीय व राजकीय उच्चपथों पर 48 ट्रॉमा सेंटर बनाना है। इसमें पहले चरण में 21 जिलों में 24 ट्रॉमा सेंटर बनाए जा रहे हैं। आवश्यक जीवनरक्षी व्यवस्थाओं से सुसज्जित ये सभी ट्रॉमा सेंटर सप्ताह में सातों दिन 24 घंटे संचालित होंगे। यहां दुघर्टनाग्रस्त व्यक्तियों की आवश्यक चिकित्सा के बाद उन्हें बेहतर चिकित्सा संस्थान में स्थानांतरित किया जा सकेगा। पहले चरण में 24 ट्रॉमा सेंटर स्थापित किए जाने हैं, जिसमें से 16 शीघ्र ही शुरू किए जा रहे हैं।
Jharkhand News: आपातकालीन के साथ आसपास के लोगों का होगा प्राथमिक इलाज
प्रस्तावित सभी ट्रॉमा सेंटरों की स्थापना लेवल -3 के रूप में होगी। इसके संचालन एवं प्रबंधन की व्यवस्था लोक निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर की जाएगी। पीपीपी मोड पर अनुभवी/प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों/संस्थाओं का चयन खुली निविदा के माध्यम से किया जाएगा। बता दें कि राज्य में खुलने वाले 48 में से 24 ट्रॉमा सेंटरों का संचालन वित्तीय वर्ष 2022-23 में ही किया जाना था, जो बीत चुका है। इस पर लगभग 14.53 करोड़ रुपए खर्च संभावित है। इसकी स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य भर में आवश्यक सुविधाओं से लैस 48 ट्रॉमा सेंटर खोले जाने हैं। जिसमें से प्रथम चरण में खुलने वाले 24 में से 9 सेंटरों के पृथक भवन बनकर तैयार हैं। अन्य 15 स्थलों पर सरकार द्वारा निर्मित अन्य स्वास्थ्य संरचनाओं में ट्रॉमा सेंटर संचालित किए जाएंगे। शेष 24 ट्रॉमा सेंटर के लिए अलग से कार्यवाही की जाएगी।
मरीजों को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा के साथ ही ट्रॉमा सेंटरों के द्वारा आसपास क्षेत्रों के लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी। सभी ट्रॉमा सेंटरों में 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर के साथ-साथ एंबुलेंस की भी सुविधा होगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित 104 हेल्पलाइन के द्वारा भी ट्रॉमा सेंटरों एवं अन्य समस्त हितधारकों एवं प्रभावित लोगों के बीच समन्वय बनाकर आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।