Jharkhand: राजनीति के गलियारों में गलियां बदलने पर नेता का हाव-भाव बदलता है ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि जब बाबूलाल मरांडी जेवीएम पार्टी के अध्यक्ष थे तो कहा करते थे कि झारखंड में आयरन ओर खदान का घोटाला हुआ है। रघुवर सरकार के कार्यकाल की सीबीआई जांच हो।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी जब जेवीएम पार्टी के अध्यक्ष थे तो कहते थे कि उच्चस्तरीय समिति ने आयरन ओर के खदानों का लाइसेंस नहीं देने की अनुशंसा की थी। बावजूद इसके शाह ब्रदर्स एवं अन्य को कैबिनेट से आयरन और खदानों को चालू करने का लाइसेंस दिया गया जबकि शाह ब्रदर्स के खदान का लाइसेंस रद्द कर नीलामी के लिए अधिसूचना निकालने का आदेश हुआ था। झाविमो नेता रहते हुए उन्होंने एक उदाहरण दिया था कि जिस कंपनी के पास एक लाख की पूंजी थी उसके साथ हजार करोड़ का एमओयू सरकार ने कर लिया है वहीं प्रधानमंत्री द्वारा गंगा नदी पर पुल का शिलान्यास करने के दौरान लोगों ने 23 लाख का खाना कैसे खा लिया जांच होने पर रघुवर सरकार का सच जनता के सामने आएगा। जब बाबूलाल मरांडी भाजपा में नहीं थे तो रघुवर सरकार के कार्यकाल का हमेशा सीबीआई जांच कराने की मांग करते थे और कई तरह के आरोप भी लगाया करते थे। भाजपा पार्टी में बाबूलाल मरांडी के जाने के बाद रघुवर सरकार के कार्यकाल पर बाबूलाल मरांडी अब कुछ नहीं कहते हैं।
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