Jharkhand Weather : Jharkhand की राजधानी रांची गुरुवार सुबह झमाझम बारिश से तरबतर हो गई। लगभग आधे घंटे की तेज बारिश के बाद कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई। मुख्य सड़कों पर पानी भर जाने से ट्रैफिक जाम देखने को मिला और लोग घंटों तक जाम में फंसे रहे। कॉलोनियों और निचले इलाकों में पानी भरने से आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस बीच मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।
पिछले कुछ दिनों से झारखंड में मॉनसून की गति धीमी पड़ गई थी और बारिश छिटपुट क्षेत्रों तक सीमित थी। लेकिन बंगाल की खाड़ी में बने नए मौसमीय सिस्टम के कारण बारिश का सिलसिला फिर से तेज हो गया है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह सिस्टम दक्षिण ओडिशा और आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ेगा, जिससे झारखंड में लगातार नमी बनी रहेगी और कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ भारी बारिश की भी संभावना बनी रहेगी। इससे राज्य के ग्रामीण इलाकों पर खास असर पड़ेगा, जहां लंबे समय से किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक अभिषेक आनंद ने जानकारी दी कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी का असर स्पष्ट रूप से झारखंड में देखा जा रहा है। राज्य के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में दोपहर और शाम के समय मध्यम दर्जे की बारिश होगी। इसके साथ ही वज्रपात और आंधी-गर्जन की स्थिति भी बनी रह सकती है। किसानों के लिए यह बारिश संजीवनी साबित हो रही है, क्योंकि धान और खरीफ की फसलों को पानी की सख्त जरूरत थी। लंबे इंतजार के बाद मिली इस बारिश से खेतों में नई जान लौट आई है और पैदावार को लेकर उम्मीदें और मजबूत हुई हैं।
विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश रांची के मांडर इलाके में दर्ज की गई, जहां 140.2 मिमी पानी बरसा। कांके में 50.4 मिमी बारिश दर्ज हुई। बुधवार को रांची का अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से कम था। अनुमान है कि आने वाले 4 से 5 दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा। इस दौरान जहां आम लोगों की दिनचर्या प्रभावित होगी, वहीं किसानों को भरपूर पैदावार का भरोसा मिलेगा। बारिश से झारखंड के जलस्रोत भी रिचार्ज होंगे और जल संकट झेल रहे गांवों में राहत पहुंचेगी।