- ट्रांसपोर्ट सब्सिडीज टू इनकरेज एक्सपोर्ट
- रीइंबर्समेंट मंडी टैक्स
- 50% फाइनेंस असिस्टेंट फॉर नेशनल 5 lakhs एंड फॉर इंटरनेशनल 10 lakhs
- 100% रीइंबर्समेंट ऑफ़ इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी फॉर 5 ईयर
- 100% रीइंबर्समेंट ऑफ़ ए स्टैंप ड्यूटी एंड रजिस्ट्रेशन फी फॉर लैंड एक्विजिशन
इस सब्सिडी के अंतर्गत यदि कोई उद्यमी देश के बाहर अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए स्टॉल लगाता है, तो 75% अथवा 4 लाख जो भी अधिक हो और जिसमें महिलाओं को विशेष कर 90% तक की सब्सिडीज दी जायेगी।यदि कोई उद्यमी झारखंड से बाहर अपने उत्पाद को ट्रांसपोर्ट करते हैं, तो 20 लाख रुपए प्रति वर्ष ट्रांसपोर्ट सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
◾ इसके अतिरिक्त
अन्य सब्सिडीज एवं इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटी पर मिलने वाले लाभ के बारे में भी बताया गया जैसे:-
फूड प्रोसेसिंग यूनिट, कोल्ड चेन एंड प्रिजर्वेशन इंफ्रास्ट्रक्चर, प्राइमरी प्रोसेसिंग कलेक्शन सेंटर,लार्ज मेगा- अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट एवं एनिमल फीड। झारखंड फूड एंड फीड प्रोसेसिंग पॉलिसी 2015 के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई।
◾ इस दौरान झारखंड में विशेष कर होने वाले उत्पाद जैसे :- महुआ फ्लावर, हनी, जामुन, चिरौंजी, पलाश के बारे में बताया गया कि प्रोसेसिंग के अभाव में इनको बेहतर तरीके से एक्सपोर्ट नहीं किया जाता है, जिसकी बिक्री मे भी परेशानी आती है। कार्यक्रम के माध्यम से इनके उत्पादन एवं सब्सिडी एवं मिलने वाले इंसेंटिव के बारे में जानकारी दी गई।
◾ झारखंड में क़ृषि के क्षेत्र में होने वाले उत्कृष्ट उत्पाद के आधार पर-:
बेल को दूसरा
लीची को तीसरा
मटर एवं बीन्स को चौथा
कटहल को पांचवां
पाइनएप्पल को छठा
और मिर्ची को सातवां
स्थान प्राप्त हुआ है।
◾ उपस्थिति:-
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अबू बकर सिद्दीकी सेक्रेटरी डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर एनिमल हस्बैंडरी एंड कॉपरेटिव गवर्नमेंट ऑफ़ झारखण्ड, श्री जीतेन्द्र कुमार सिंह सेक्रेटरी इंडस्ट्री, माइंस कमिश्नर गवर्नमेंट ऑफ़ झारखण्ड, श्री नन्द किशोर सिंह, एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कंजर्वेंटर, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट झारखण्ड, डॉ एम. एस मल्लिक, डीन फॉरेस्टरी डिपार्टमेंट, विरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी रांची, श्री संजीव अड़ोरा, फाउंडर एंड डायरेक्टर साईं एग्रो exim pvt ltd एवं अन्य उपस्थित थे।