बुधन बिरहोर ने कहा कि पूरा गांव अंधेरे में है, आठ साल पूर्व बिजली के पोल तो गाड़ दिए गये मगर आज तक बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ। अंधेरे में सांप एवं जंगली जानवरों का खतरा मंडराता रहता है।
मुनिया बिरहोरनी ने बताया की बरसात के दिनों में फुलवरिया बिरहोर कॉलोनी के अधिकतर घरों के छत से पानी टपकता है जिस वज़ह से बैठकर रात बिताना पड़ता है।अरुण बिरहोर ने सालों से खराब जलमीनार की तरफ ध्यान आकृष्ट करवाते स्वच्छ जल मुहैया करवाने की गुहार लगाई।
प्रतिनिधिमंडल ने सड़क के लिए एनओसी एवं पूर्व में वन विभाग द्वारा पट्टा के तौर पर आवंटित जमीन का कब्जा दिलवाने की मांग को भी उपायुक्त के समक्ष रखा। उपायुक्त ने कहा आवास, पूर्व में आवंटित जमीन पर कब्जा दिलवाने एवं पेयजल की समस्या के समाधान हेतु जिला कल्याण पदाधिकारी को भेजकर सत्यापन करवाती हूं ताकि आवास, पेयजल एवं पूर्व में आवंटित जमीन पर आप लोग काबिज हो सकें।
उपायुक्त से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में ममता बिरहोरनी, मुनिया बिरहोरनी, रेशमी बिरहोरनी, रीना बिरहोरनी, फूलवा बिरहोरनी, राधा बिरहोरनी, बुधन बिरहोर, मानिक बिरहोर, बजवा बिरहोर, अरुण बिरहोर, सिंकदर बिरहोर, बिजली बिरहोर, जगमोहन बिरहोर, मनोज रजवार, शंकर सिंह, निवर्तमान वार्ड पार्षद सचिन कुमार एवं आदर्श फाउंडेशन के सचिव सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी मौजूद थे।