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हेमंत सोरेन से अधीक अवैध खनन रघुवर दास के मुख्यमंत्री कार्यकाल में हुआ- सरयू राय

Bharti Warish
हेमंत सोरेन से अधीक अवैध खनन रघुवर दास के मुख्यमंत्री कार्यकाल में हुआ- सरयू राय 1

Ranchi: विधायक सरयू राय ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर आरोपों की बौछार करते हुए गुरुवार को कहा- रघुवर सरकार के कार्यकाल में हेमंत सोरेन की तुलना में कहीं ज्यादा अवैध खनन हुआ है।

ईडी को खनन घोटाले में हेमंत सोरेन के साथ रघुवर दास से भी पूछताछ करनी चाहिए। जो अधिकारी मौजूदा सरकार के समय में घोटाले के प्रमुख आरोपी हैं, वे पिछली सरकार के समय भी सक्रिय थे और उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री का संरक्षण प्राप्त था।

अपने आवास पर सरयू राय ने कहा- ईडी 1000 करोड़ की गिट्टी घोटाले में पंकज मिश्रा पर चार्जशीट के आधार पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए बुला रही है। ईडी की 500 पेज की चार्जशीट में 2015-16 से हुए गिट्टी घोटाले का जिक्र है, इसलिए तत्कालीन सीएम रघुवर दास से भी पूछताछ होनी चाहिए।

दो-तिहाई अवैध खनन तो रघुवर दास के कार्यकाल में हुआ है। मनरेगा घोटाले में निलंबित आईएएस पूजा सिंघल को क्लीन चिट देने और शराब घोटाले का आराेप भी रघुवर पर है। ऐसे में उनसे पूछताछ नहीं होने पर ईडी की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लगेगा। सरयू ने कहा- वे पूरे राज्य में घूमकर पूर्व सीएम रघुवर दास, राजबाला वर्मा, प्रेम प्रकाश और राकेश चाैधरी के कारनामाें के बारे में जनता काे बताएंगे।

पूर्व सीएम के खिलाफ ईडी जांच की मांग लेकर दिल्ली तक जाएंगे। रघुवर दास और हेमंत साेरेन के कार्यकाल में अवैध कमाई करने वाला प्रेम प्रकाश काॅमन है। उसने दाेनाें के संरक्षण में काली कमाई की।

रघुवर दास के पूर्व ओएसडी राकेश चैधरी और प्रेम प्रकाश के बीच संबंध के कई प्रमाण हैं। ईडी जांच हाेने पर मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर मामले सामने आएंगे। गिट्टी घोटाले के साथ मनरेगा व शराब घोटाले में भी खुलासा हो।


सरयू राय ने कहा- 2015-16 से 2017-18 तक रेलवे रैक से अवैध गिट्टी ढुलाई प्रेम प्रकाश तथा अन्य ब्रोकरों के मनोनुकूल नहीं हुई तो साहेबगंज के डीएमओ को बदल कर विभूति भूषण की पोस्टिंग की गई। उनके समय में गिट्टी का अवैध खनन और अवैध परिवहन अधिक हुआ। विभूति भूषण अभी साहेबगंज के डीटीओ हैं।


सरयू राय ने कहा कि मनरेगा घोटाले में ईडी ने पूजा सिंघल को दोषी माना है और उन पर चार्जशीट दायर किया है। ईडी ने चार्जशीट में लिखा है कि पूजा सिंघल ने मनरेगा घोटाले में जो भ्रष्टाचार और काली कमाई की है वह वर्ष 2013 से 2019 के बीच का है। इसमें चार साल तक (2015 से 2019) रघुवर दास मुख्यमंत्री थे। पूजा सिंघल को मनरेगा घोटाले में उन्हीं के कार्यकाल में क्लीन चिट दी गई थी। साथ ही उनका प्रोमोशन भी कर दिया था।